जयपुर | जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बुलाकीदास कल्ला ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में कहा कि भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में चम्बल-भीलवाड़ा वृहद पेयजल परियोजना में वर्ष 2001 की जनगणना के उपरांत नवसृजित 17 राजस्व ग्रामों सहित भीलवाड़ा जिले के कुल 199 नये राजस्व ग्राम तथा 1337 ढाणियों की जल मांग परियोजना के प्रथम एवं द्वितीय चरण में पूर्व से ही सम्मिलित है परन्तु इन्हें कलस्टर वितरण प्रणाली से लाभान्वित करने का कार्य स्वीकृत नहीं है।
डॉ. कल्ला प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि उक्त ग्राम एवं ढाणियों को तृतीय चरण के अंतर्गत कलस्टर वितरण प्रणाली से लाभान्वित करने के लिये सर्वे एवं विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) बनाने के कार्य की विभागीय वित्त समिति की 745वीं बैठक में 16 जून से 18 जून, 2018 द्वारा 140.72 लाख रुपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि सर्वे एवं डी.पी.आर. तैयार करने के कार्य की वित्त विभाग से सहमति लेने हेतु प्रकरण पर कार्यवाही वर्तमान में प्रक्रियाधीन है। वित्तीय सहमति उपरान्त तृतीय चरण की प्रस्तावित परियोजना की डी.पी.आर. तैयार कराने की कार्यवाही प्रारम्भ हो सकेगी ।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी.जोशी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि पेयजल योजना बनाते समय किसी क्षेत्र की जनसंख्या को आधार बनाया जाता है लेकिन जब उस क्षेत्र को वास्तव में योजना का लाभ देने का समय आता है तो केवल राजस्व ग्राम के आधार पर बहुत कम जनसंख्या को उसका फायदा मिल पाता है। इस तरह आस-पास की ढाणियों में बसी लाभ से छूटी दो तिहाई जनसंख्या को योजना में लाभ नहीं मिल पाता। जब क्षेत्र में नये राजस्व गांवों का सृजन होता तब पुनः इनकी स्वीकृति प्राप्त करनी होती है। इस असंगतता को दूर किए जाने क ी जरूरत है।
इससे पहले जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने विधायक श्री गोपी चन्द मीण के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि चम्बल-भीलवाड़ा वृहद पेयजल परियोजना के द्वितीय चरण की 30 मई, 2013 को राशि 1495.68 करोड़ रुपये की स्वीकृति के अंतर्गत भीलवाड़ा जिले के 8 कस्बे एवं वर्ष 2001 की जनगणनानुसार भीलवाड़ा जिले के 1688 ग्रामों को लाभान्वित करने का कार्य 8 पैकेजों के अंतर्गत किया जाना पर््रस्तावित है। इनमें से 4 पैकेज (1, 2, 5 एवं 6) का कार्य पूर्ण किया जा चुका है एवं शेष 4 पैकेज का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2001 की जनगणनानुसार विधान सभा क्षेत्र, जहाजपुर में तहसील जहाजपुर के 217 एवं तहसील कोटड़ी के 102, इस प्रकार कुल 319 ग्रामों में से तहसील कोटड़ी के पैकेज संख्या-6 में सम्मिलित 99 ग्रामों को वित्तीय वर्ष 2018-19 में लाभान्वित किया जा चुका है। पैकेज संख्या 7 एवं 8 में जहाजपुर क्षेत्र के सम्मिलित 220 ग्रामों को लाभान्वित करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने उक्त लाभान्वित किये गये 99 ग्रामों की सूची सदन के पटल पर रखी।
डॉ. कल्ला ने बताया कि उक्तानुसार विधान सभा क्षेत्र, जहाजपुर के शेष रहे 220 ग्रामों में से पैकेज संख्या-7 के अंतर्गत 191 ग्रामों को वित्तीय वर्ष 2019-20 में चरणबद्ध रूप से लाभान्वित करना प्रस्तावित है। उन्होंने इन 191 ग्रामों की सूची सदन के पटल पर रखी। उन्होंने बताया कि तहसील जहाजपुर के 29 ग्रामों को पैकेज संख्या-8 के अंतर्गत माह नवम्बर, 2020 तक चरणबद्ध रूप से लाभान्वित करना निर्धारित है। उन्होंने इन 29 ग्रामों की सूची सदन के पटल पर रखी।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि चम्बल-भीलवाड़ा वृहद पेयजल परियोजना के द्वितीय चरण में पंचायत समिति, कोटड़ी के वर्ष 2001 की जनगणनानुसार 174 ग्राम (जहाजपुर एवं माण्डलगढ़ के क्रमशः 102 एवं 72 ग्राम) सम्मिलित किये जाकर 152 ग्राम (जहाजपुर एवं माण्डलगढ़ के क्रमशः 99 एवं 53 ग्राम) अब तक लाभान्वित किये गये हैं तथा शेष 22 ग्रामों (जहाजपुर एवं माण्डलगढ़ के क्रमशः 3 एवं 19 ग्राम) को पैकेज संख्या-7 के अंतर्गत लाभान्वित करने का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणनानुसार पंचायत समिति, कोटड़ी के ग्रामों की संख्या बढ़कर 180 हो गई है। इस प्रकार 6 ग्राम (जहाजपुर एवं माण्डलगढ़ के क्रमशः 04 एवं 02 ग्राम) नवसृजित होने के कारण उक्त पेयजल परियोजना में स्वीकृत नहीं हैं। उन्होंने ग्रामों की सूची सदन के पटल पर रखी।