राजसमंद। राजसमंद जिले में मण्डावर के ढाक का चौड़ा स्थित तरकेश्वर महादेव के महंत नाग नाथ महाराज शुक्रवार को विधिवत समाधि दी गई।
इससे पहले मण्डावर टॉडगढ़ सीमा पर स्थित तरकेश्वर आश्रम से ढाक का चौड़ा, सूजा रूपाजी का बाडिया, हामातो की गुआर में अंतिम नगर रथ यात्रा निकाली गई। रथ यात्रा के दौरान भक्ति से सरोबार डीजे धुन पर नाचते गाते श्रदालु चल रहे थे। धर्मप्रेमियों ने महंत के अंतिम दर्शन किए तथा रथ यात्रा पर जगह जगह पुष्प वर्षा की गई।
हीरा नाथ महाराज, श्याम नाथ रणकपुर, हरिनाथ अहमदाबाद, पुष्करनाथ बीकानेर, डोलनाथ दोवास के सान्निध्य में मण्डावर सहित बीकानेर, अहमदाबाद, पाली, अजमेर, दिवेर, कामलीघाट, मारवाड़ जंक्शन के हजारों श्रदालुओं की मौजूदगी में महंत को समाधि दी गई।
इस अवसर पर फुलनाथ, प्रह्लाद नाथ, मोहन राठी, उमाशंकर, मदनलाल, जगदीश मोदी, पूर्व सरपंच लक्ष्मण सिंह, उप सरपंच चतर सिंह, समाजसेवी चुन्नासिंह, पटवारी मिठू सिंह, नेताराम, मोहन लाल, जेठ सिंह, भगवान सिंह, प्रभु सिंह, डाउ सिंह, नारायण सिंह, त्रिलोक सिंह, रूप सिंह, धूल सिंह, गोविंद सिंह, चिम्मन सिंह, प्रकाश राम, प्रह्लाद सिंह, सार्दुल सिंह आदि मौजूद थे।
समाजसेवी जसवन्त सिंह मण्डावर ने बताया कि 28 जुलाई रविवार को सवा दस बजे तीये की बैठक के आयोजन के साथ शम्भू रोट, समाधि पूजन कार्यक्रम आयोजित होगा। गौरतलब है कि नागनाथ महाराज के सान्निध्य में कई यज्ञ कराए गए। तीन दशक पूर्व काजलवास में कराया गया यज्ञ अनुपम रहा था। इसके बाद गोरम पहाड़ पर दो यज्ञ करवाए। बीकानेर जामसर में आश्रम भी स्थापित करवाया।