बेंगलूरु। बीएस येदियुरप्पा सरकार के कर्नाटक विधानसभा में सोमवार को बहुमत हासिल करने के बाद अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस और जनता दल (एस) सरकार के पिछले सप्ताह पतन के बाद येद्दियुरप्पा राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। राज्यपाल वजू भाई वाला ने येदियुरप्पा को 31 जुलाई तक सदन में बहुमत सिद्ध करने का निर्देश दिया था। येदियुरप्पा ने आज सदन में ध्वनिमत से विश्वास मत हासिल कर लिया और इसके बाद अध्यक्ष श्री कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।सदन में विश्वास मत की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद कुमार ने अपना इस्तीफा उपाध्यक्ष कृष्णा रेड्डी को सौंप दिया।
सदन में वित्त विधेयक को भी पारित किया गया जिससे कि सरकारी कर्मचारियों के वेतन भुगतान और अन्य कार्यों के लिए धन की प्राप्ति में कोई मुश्किल नहीं आने पाए। सदन में तीन महीने के लिए लेखानुदान भी पारित किया। लेखानुदान प्रस्ताव नए मुख्यमंत्री येद्दियुरप्पा ने पेश किया।
कुमार ने सभी सदस्याें, पार्टी नेताओं और सरकार के कर्मचारियों को पिछले 14 माह के दौरान कामकाज चलाने में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। राज्य में पिछले साल हुए चुनाव में 224 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। भाजपा 104 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रुप में ऊभरी थी किंतु वह बहुमत से थोड़ा दूर रह गई थी।
जनता दल एस और कांग्रेस ने मिलकर 23 मई 2018 को गठबंधन सरकार का गठन किया और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने किंतु गठबंधन सरकार के कुछ मंत्रियों और दोनों दलों के कई विधायकों के इस्तीफा देने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई और गठन से ठीक 14 माह बाद 23 जुलाई 2019 को सदन में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाई। सरकार के पक्ष में 99 और विपक्ष में 105 वोट पड़े और कुमारस्वामी को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद येद्दियुरप्पा मुख्यमंत्री बने।