1. दोस्ती
दोस्ती के मायने भी
बहुत अजीब होते है
ख़ून के रिश्तों से दूर
पर दिल के सबसे
यही करीब होते है।
प्यार और तकरार जिसमे
मान और मनुहार जिसमे
गिले और शिकवों संग भी
ये सबसे अज़ीज़ होते है।
हँसी के पीछे छिपे ग़म
बारिश में भीगे आँसू
गुस्से के पीछे प्यार
समझने वाले खुशनसीब होते है।
—————————————————————————————————–
2. इश्क
इज़हारे इश्क़ ,जब मंज़ूर होता है
तो खुदा के चेहरे पर भी , नूर होता है
नही जानता कोई ,अंजामे मोहब्बत क्या होगा
लग जाता है दांव पर यह सोचकर, क़ि ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा
बड़ी उम्मीद लगाए,प्यार के सफर पर जब निकलता है
देख दुनिया के ज़ुल्मो सितम ,फिर प्यार करने से डरता है
खो न बैठे ,कहीं मोहब्बत अपनी
इसी एहसास में ,बार-बार जीता व मरता है
हार कर दुनिया के ,ज़ुल्मो सितम से
अपनी मोहब्बत को ,नाम दे देता है “खुदा”
“क्यूँ की इबादत पर किसी का ज़ोर नही
इश्क़ मोहब्बत ,खुद,खुदा है कोई और नही”
—————————————————————————————————–
3. प्यार
तारीफ करूँ क्या अपने प्यार की”कैसा है वो”
ज़मी पर चमकता,सितारा है वो
उसके मासूम चेहरे पर,सबकी नज़र रुक जाती है
उसकी मीठी आवाज़ सुन,धड़कन भी मचल जाती है
देखले जहाँ,एक पल आँखे उसकी
वहां हर चेहरे पर,मुस्कान बिखर जाती है
उसका हंसने का अंदाज़,इतना प्यारा है
की ग़मगीन भी,हर गम उसके आगे हारा है
खुदा ने बनाया है,शायद इतमिनान से उसे
तभी तो,हर ख़िताब से उसे नवाज़ा है
By | रजनी श्री बेदी ,जयपुर, राजस्थान