लौडरहिल। ओपनर एवं उपकप्तान रोहित शर्मा की 67 रन की शानदार अर्धशतकीय पारी की मदद से भारत ने वेस्ट इंडीज को दूसरे ट्वंटी-20 मुकाबले में रविवार को डकवर्थ लुइस नियम के तहत 22 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना ली।
भारत ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 167 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। वेस्ट इंडीज की पारी में 15.3 ओवर में चार विकेट पर 98 रन बने थे कि खराब मौसम के कारण खेल रोक देना पड़ा। खेल रुकने के समय डकवर्थ लुइस नियम के तहत पार स्कोर 120 रन था और वेस्ट इंडीज पार स्कोर से काफी पीछे था। खेल होने की कोई संभावना नहीं थी और भारत विजेता बन गया। भारत ने इस तरह सीरीज पर कब्जा कर लिया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। रोहित ने 51 गेंदों में छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 67 रन, ओपनर शिखर धवन ने 16 गेंदों में तीन चौकों के सहारे 23 रन और कप्तान विराट कोहली ने 23 गेंदों में एक चौके और एक छक्के के सहारे 28 रन बनाए।
रोहित अपने तीन छक्कों के साथ ट्वंटी-20 क्रिकेट में सर्वाधिक छक्के उड़ाने वाले खिलाड़ी बन गए। रोहित के अब 107 छक्के हो गए हैं और उन्होंने वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के 105 छक्कों को पीछे छोड़ दिया है।
युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत एक बार फिर विफल रहे और मात्र चार रन बनाकर आउट हो गए। पंत पहले मैच में अपना खाता नहीं खोल पाए थे। मनीष पांडेय छह रन ही बना सके। आल राउंडर क्रुणाल पांड्या ने 13 गेंदों में दो छक्कों की मदद से नाबाद 20 रन और रवींद्र जडेजा ने चार गेंदों में एक छक्के के सहारे नाबाद नौ रन बनाकर भारत को 167 तक पहुंचाया।
क्रुणाल और जडेजा ने तीनों छक्के पारी के आखिरी ओवर में कीमो पॉल की गेंदों पर मारे। भारत की पारी के 20वें ओवर में 20 रन बने। रोहित ने शिखर के साथ पहले विकेट के लिए 67 रन जोड़े जिसमें शिखर का योगदान 23 रन था। रोहित ने फिर कप्तान विराट के साथ दूसरे विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी की।
पांड्या और जडेजा ने छठे विकेट के लिए मात्र नौ गेंदों पर 24 रन की अविजित साझेदारी की। विंडीज की तरफ से ओशन थामस और शेल्डन कॉट्रेल ने दो-दो विकेट लिए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्ट इंडीज की शुरुआत खराब रही और उसने मात्र आठ रन तक दोनों ओपनरों के विकेट गंवा दिए। एविन लुइस को तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने दूसरे ओवर में बोल्ड कर दिया जबकि ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुन्दर ने ओपनिंग में भेजे गए सुनील नारायण को बोल्ड कर दिया। लुइस का खाता नहीं खुला और नारायण चार रन ही बना सके।
निकोलस पूरन और रोवमैन पॉवेल ने तीसरे विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी की लेकिन लेफ्ट आर्म स्पिनर क्रुणाल पांड्या ने 14वें ओवर में दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। पूरन का कैच मनीष पांडेय ने लपका जबकि पॉवेल पगबाधा हो गए। पूरन ने 34 गेंदों पर एक चौके की मदद से 19 रन बनाये। पॉवेल ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए 34 गेंदों पर 56 रन में छह चौके और तीन छक्के लगाए।
भारत ने मैच पर अपनी पकड़ बना ली थी कि तभी ख़राब मौसम के कारण खेल रुक गया। उस समय वेस्ट इंडीज ने 15.3 ओवर में चार विकेट पर 98 रन बना लिए थे और उसे 27 गेंदों में 70 रन की जरूरत थी। खेल रुकने के समय डकवर्थ लुइस नियम के तहत पार स्कोर 120 रन था और सीरीज भारत के कब्जे में आ चुकी थी। भारत की तरफ से पांड्या ने 23 रन पर दो विकेट लिए जबकि सुंदर ने 12 रन पर एक विकेट और भुवनेश्वर ने सात रन पर एक विकेट लिया।