सुषमा स्वराज की जीवनी | सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हुआ था जो की भारतीय राजनीति की बहुमूल्य नेता रही। वह भारतीय जनता पार्टी की उच्च श्रेणी की लीडर के रूप में सामने मई 26, 2014 को वह इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करते हुए सामने आई।
वह सात बार पार्लियामेंट की मेंबर रही और दिल्ली की पांचवी मुख्यमंत्री के रूप में भी सुषमा स्वराज ने अपनी जगह बनाई, वह पूर्व विदेश मंत्री भी रह चुके हैं।
सुषमा स्वराज ने सुनी हर एक भारतीय की गुहार
सुषमा स्वराज की सबसे बड़ी बात यह रही थी कि वह हर एक भारतीय की समस्याओं को अपनी समस्या समझ कर आगे लेकर चलें भारत के उन नागरिकों की सुषमा स्वराज ने काफी मदद करी जो कि दूसरे किसी देश में किसी कारण से परेशान हो रहे थे चाहे वह पाकिस्तान की जेल में फंसा हुआ कोई भारत का नागरिक ही क्यों ना हो। या पैसे की तंगी की वजह से भारत वापस ना आ जाने वाला कोई भी भारतीय। जिन्होंने भी सुषमा स्वराज से गुहार लगाई सुषमा स्वराज ने बढ़-चढ़कर हर एक भारती की मदद करी।
पक्ष और विपक्ष दोनों की तरफ से हमेशा इज्जत मिली
सुषमा स्वराज भारत की राजनीति का हिस्सा रही जिन्हें पक्ष और विपक्ष दोनों की तरफ से हमेशा इज्जत मिली सुषमा स्वराज एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखती हैं जिसने भारत को बढ़ाने के लिए हर एक प्रयास किया और सुषमा स्वराज को हमेशा उनके कार्य के लिए प्रोत्साहित किया।
किरण बेदी थी सुषमा स्वराज की सहेली
सुषमा स्वराज के लिए किरण बेदी ने बताया कि किरण बेदी के साथ सुषमा स्वराज साथ पढ़ी हुई हैं और सुषमा स्वराज एक निडर चरित्र की महिला रही जिन्होंने हर मुश्किल में अपने काम को अंजाम देने का फैसला बरकरार रखा।
सुषमा स्वराज का निधन
सुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त को एम्स अस्पताल में हो गया उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया जहां पर इलाज के दौरान सुषमा स्वराज दिल के दौरे से अपनी जिंदगी हार गई। और उनका निधन हो गया।
सुषमा स्वराज का आखरी ट्वीट भी भारत के लिये
प्रधान मंत्री जी – आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी. @narendramodi ji – Thank you Prime Minister. Thank you very much. I was waiting to see this day in my lifetime.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 6, 2019