भोपाल | मध्यप्रदेश में अधिकांश स्थलों पर हो रही बारिश के चलते सभी प्रमुख नदियां एवं बरसाती नाले उफान पर हैं, 10 बड़े बांध पानी से लबालब हो गए हैं और इनसे अतिरिक्त पानी की निकासी की जा रही है। जल संसाधन विभाग के प्रवक्ता के अनुसार प्रदेश के 28 बड़े बांधों में से दस बांध पानी से लबालब हो गए हैं और इन बांधों से कल से पानी छोड़ा जा रहा है, जो आज भी जारी है।
जबलपुर जिले में स्थित बरगी बांध के 21 में से 15 गेट खोलकर कल दोपहर से पानी की निकासी की जा रही है, आज दोपहर साढ़े बारह बजे तक कुल एक लाख 15 हजार 303़ 47 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। इससे नर्मदा नदी नरसिंहपुर, होशंगाबाद, और खरगोन में खतरे के निशान से ऊप्र बह रही है।
इसी प्रकार रेतम बैराज (मंदसौर) से दोपहर तक कुल 70630 क्यूसेक, राजगढ जिले के मोहनपुरा बांध से कुल 26274़ 36 क्यूसेक, कुंडालिया बांध से कुल 77693 क्यूसेक, झाबुआ जिले के माही बांध से 8 गेट खोलकर कुल 66462़ 83 क्यूसेक, अशोकनगर जिले के राजघाट बांध के 18 गेट खोल कर कुल 16308़ 47 क्यूसेक, मंदसौर जिले के काका साहब गाडगिल जलाशय से नौ में से 7 गेट खोलकर 15715़ 17 क्यूसेक, खंडवा जिले के सुखता बांध से दो गेट खोलकर 2945़ 27 क्यूसेक, रतलाम जिले के ढोलावाड़ बांध से 2204़ 36 क्यूसेक और गुना जिले के गोपीकृष्ण बांध से दोपहर तक कुल 999़ 77 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है।
इन जलाशयों से कल दोपहर से अतिरिक्त पानी की निकासी के कारण पार्वती नदी गुना में खतरे के निशान से ऊपर, टमस नदी सतना जिले के मैहर में, बेतवा नदी रायसेन में, केन नदी पन्ना में तथा चंबल नदी नागदा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
राजधानी भोपाल में बड़ा तालाब के लबालब होने पर आज सुबह साढ़े आठ बजे भदभदा बांध के दो गेट खोलकर अतिरिक्त पानी छोड़ा गा और तीन घंटे बाद गेट बंद कर दिए। बड़ा तालाब की पूर्ण भराव क्षमता 1666़ 80 फीट है और वर्तमान में इसका जलस्तर 1666 फीट पर बना हुआ है।