अजमेर। प्रभात फेरी प्रकृति और परमात्मा की सर्वोत्तम सेवा के साथ ही भगवद् आराधना का उत्तम जरिया है। प्रभात फेरी जैसी परम्परा का लुप्त होना नैतिकता के पतन का प्रमुख कारण है। धर्म और संस्कृति से विमुख उत्तम समाज की कल्पना भी असम्भव है। यह उद्गार आज प्रभात फेरी में संत राधेशानंद महाराज ने व्यक्त किए।
प्रभात फेरी परिवार के उमेश गर्ग ने बताया कि संन्यास आश्रम के अधिष्ठता स्वामी शिवज्योतिषान्द महाराज की सदप्रेरणा से बीते आठ साल से चल रही प्रभात फेरी रविवार को आदर्श नगर स्थित शिव मन्दिर पहुंची जहां गलियों में नाम सर्कीतन किया। शिव मन्दिर के बीपी मित्तल, सुनील गोयल, केके गुप्ता, महेश अग्रवाल, गणपत शर्मा, आशा रावत, अनिता मित्तल सहित सभी पदाधिकारियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
प्रभात फेरी में संत राधेश्यानंद महाराज, आलोक माहेश्वरी, कैलाश जोशी, शान्तिलाल, अमरसिंह कुमावत, संन्यास आश्रम के वेदपाठी बालक आचार्यो सहित बडी संख्या में श्रृद्धालु उपस्थित थे। प्रभात फेरी परिवार के लक्ष्मी नारायण हटुका, रामरत्न छापरवाल ने शहर के सभी रसिक श्रृद्धालुओं से प्रभात फेरी में आने की अपील की है।