अजमेर/पुष्कर। संस्कार भारती अजमेर एवं रंगनाथ वेणुगोपाल पुराना रंगजी मंदिर पुष्कर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 15 दिवसीय श्रीरंगम संगीत महोत्सव के 10वें दिन पंडित रामलाल माथुर संगीत महाविद्यालय अजमेर की प्राचार्य मधुलिका नाग के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने उत्सव को ऊंचाइयों प्रदान की।
संगीत संध्या का प्रारंभ गणपति वंदना से किया गया। इसके बाद विद्यार्थियों ने मदन गोपाल के कई गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मनमोहन कान्हा विनती करूं…, दिन रैन थारी बातें…, म्हारा नटवर नागरिया…, बांके बिहारी तुम्हारी सूरत पर वारी वारी जाऊं…, नटवर नागर नंदा भजो रे मन गोविंदा…, दर्शन दीजो प्रभु…भजनों ने मन मोह लिया।
इसी तरह भगवान शिव के द्वारा कृष्ण के दर्शन के मनोभावों का सटीक वर्णन देखो रे एक बाला जोगी आया… प्रस्तुत किया। हारमोनियम पर साथ मनीष दगदी और तबले पर संगत कैलाश ने दी। राजा, रजनी, प्रिया, रश्मि, किरण, सुनीता, अक्षिता, नीता, सुमन, पृथ्वी, दक्ष आदि ने संगत दी।
इससे पहले लोक नर्तक अशोक शर्मा एवं भागवत कथा गायक पंडित रूपचंद पाराशर ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया। संस्कार भारती के महामंत्री नंदलाल शर्मा, कृष्ण मोहन रंगा, द्वारका लखवानी, सुरेश बबलानी ने सभी कला साधकों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। संचालन कृष्ण गोपाल पाराशर ने किया।