ब्रोकली के फायदे जानकर आप भी रह जायेंगे हैरान | ब्रोकली देखने में फूलगोभी जैसी होती है लेकिन रंग में अंतर होता है । यह कच्ची और उबाल कर दोनों रूप में खाई जा सकती है। ब्रोकली बहुत लोकप्रिय सब्जी नहीं है पर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ये गुणों का खजाना है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन ए, सी और कई दूसरे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें कई प्रकार के लवण भी पाए जाते हैं जो शुगर लेवल को संतुलित बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं।
ब्रोकली खाने के फायदे-
1. दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव के लिए-
यदि नियमित रूप से ब्रोकोली का सेवन किया जाए तो इससे दिल से संबंधित बीमारियां नहीं होती है। ब्रोकोली में मैजूद गुण दिल की धमनियों को मोटा नहीं होने देते। ब्रोकली खून को गाढ़ा होने से भी रोकती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
2. कैंसर होने की आशंका को करता है कम-
ब्रोकली में कैंसर को रोकने वाले गुण होते हैं । ब्रोकली में फिटाकेमिकल अधिक मात्रा में पाया जाता है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने ब्रोकली के उपर किए शोध के आधार पर बताया है कि इस सब्जी में गले और सिर के कैंसर को बढ़ने से रोकने की क्षमता है। यह बढ़ते हुए कैंसर के सेल्स को रोक देती है। ब्रोकली खाने से कोलोन, स्तन कैंसर और लंग कैंसर होने के खतरे कम हो जाते हैं। ब्रोकोली में मौजूद तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालने का काम करते हैं।
3. अवसाद के खतरे से बचाव-
फोलेट की कम मात्रा लेने से डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है. ब्रोकोली में फोलेट की भरपूर मात्रा पायी जाती है। ये मूड को बेहतर बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी होता है। साथ ही ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है।
4. इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मददगार-
ब्रोकोली में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है। विटामिन सी शरीर में इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने और संक्रमण से बचाव में मदद करता है।
5. गर्भावस्था में बहुत फायदेमंद-
गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से ब्रोकली का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद तत्व न केवल बच्चे के स्वास्थ्य और विकास के लिए फायदेमंद होते हैं बल्कि मां को भी कई प्रकार के संक्रमण से दूर रखते हैं।
6. मोतियाबिंद में फायदेमंद-
जिन लोगों को मोतियाबिंद की शिकायत है उनके लिए ब्रोकली काफी फायदेमंद है। ब्रोकली मोतियाबिंद की समस्या के प्रभाव को कम करती है। यह आंखों के मस्कुलर डीजेनरेशन जो कि मातियाबिंद को बढ़ाता है उसे ब्रोकली रोकती है।