मुरैना | मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में प्रसूता सहायता राशि हड़पने के लिये एक अजीबो-गरीब मामला प्रकाश में आया है।
अधिकृत जानकारी के अनुसार कल कैलारस अस्पताल में तीन महिलाएं जननी एक्सप्रेस से आईं। महिलाओं ने प्रसूता वार्ड में जाकर बोला कि महिला को घर पर प्रसव हुआ है। बच्चा मृत पैदा हुआ है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि प्रसूता को भर्ती कर उसका नाम प्रसूता सहायता राशि के दस्तावेजों मे दर्ज कर लिया जाए।
इस बारे में सूचना जब खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ एस आर मिश्रा को मिली तो उन्होंने महिलाओं से पूछताछ की। इसी दौरान डॉ मिश्रा ने नवजात शिशु पर से कपड़ा हटाया तो पाया कि नवजात आटे का बना हुआ था और उस पर लाल रंग किया हुआ था। अस्पताल प्रबंधन महिलाओं पर कार्रवाई करता, तब तक तीनों वहां से भागने में सफल हो गईं।
शासन की ओर से प्रसूता सहायता के लिए सोलह हजार रुपये की राशि दी जाती है। ये राशि शासन प्रसूता के खाते में जमा करवाता है। इसी राशि को हड़पने के लिये आटे का बना हुआ मृत बच्चा लेकर ये महिलाएं अस्पताल में आईं थीं। अस्पताल प्रबंधन जननी एक्सप्रेस के चालक के जरिये उन महिलाओं का पता लगाने का प्रयास कर रहा है।