मुंबई | केंद्र सरकार द्वारा घरेलू और विदेशी निवेशों को बढ़ावा देने के उपायों की पिछले सप्ताह की गयी घोषणाओं के कारण सोमवार को शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी देखी गयी। चौतरफा लिवाली के बीच बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी दो प्रतिशत से अधिक की तेजी में रहे।
सेंसेक्स में आज 1,050 अंक से ज्यादा का उतार-चढ़ाव देखा गया। कारोबार की समाप्ति पर यह गत दिवस के मुकाबले 792.96 अंक यानी 2.16 प्रतिशत की छलाँग लगाकर दो सप्ताह से ज्यादा के उच्चतम स्तर 37,494.12 अंक पर और निफ्टी 228.50 अंक यानी 2.11 प्रतिशत चढ़कर 11,057.85 अंक पर पहुँच गया। सेंसेक्स में वित्त, रियलिटी और बैंकिंग समूहों के सूचकांकों में साढ़े तीन से चार प्रतिशत के बीच की तेजी देखी गयी।
पिछले कुछ समय से शेयर बाजार में जारी गिरावट से चिंतित वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गत शुक्रवार को निवेशकों और कारोबारियों के अनुकूल घोषणाओं की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि घरेलू निवेशकों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को वापस लिया जा रहा है। इसके तहत दीर्घकालिक या अल्पकालिक पूँजीगत लाभ पर वर्ष 2018-19 के लिए जारी कर व्यवस्था ही प्रभावी होगी।
विनिर्माण क्षेत्र के सकल घरेलू उत्पाद में करीब 50 फीसदी की हिस्सेदारी रखने वाले ऑटो सेक्टर में पिछले एक साल से जारी मंदी को देखते हुये इस क्षेत्र के लिए भी वित्त मंत्री ने घोषणाएँ की। अगले वर्ष 01 अप्रैल से नयी व्यवस्था अर्थात बीएस-6 के लागू होने के मद्देनजर ग्राहकों के मन में बीएस-4 वाहनों को लेकर जो आशंकायें थीं उन्हें दूर करते हुये सीतारमण ने कहा कि 31 मार्च 2020 तक खरीदे गये सभी बीएस-4 वाहन पूर्ण पंजीयन अवधि तक के लिए वैध रहेंगे। इसके साथ ही वाहनों के पंजीयन पर लगने वाले एक मुश्त शुल्क की होने वाली समीक्षा को 31 मार्च 2020 तक के लिए टाल दिया गया है। अब से लेकर 31 मार्च 2020 तक खरीदे जाने वाले वाहनों पर मूल्य में कमी से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए इस कमी को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया जा रहा है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार पुराने वाहनों के स्थान पर नये वाहन खरीदने पर लगी रोक को हटायेगी और पुराने वाहनों के लिए स्क्रैप नीति लाने के साथ ही विभिन्न उपायों पर भी विचार करेगी।
इन घोषणाओं के बाद आज पहली बार जैसे ही बाजार खुला सेंसेक्स ने 662.79 अंक की छलाँग लगाकर शुरुआत की। हालाँकि एशियाई बाजारों के दबाव में एक समय आरंभ में इसने अपनी शुरुआती बढ़त खो दी और पहले घंटे के कारोबार में ही लाल निशान में भी चला गया। सेंसेक्स 36,492.65 अंक के दिवस के निचले स्तर तक उतरने के बाद बाजार ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी। कारोबार की समाप्ति से पहले 37,544.48 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 792.96 अंक चढ़कर 37,494.12 अंक पर बंद हुआ जो 09 अगस्त के बाद का उच्चतम स्तर है। सेंसेक्स की 30 में से 22 कंपनियों के शेयर हरे और शेष आठ के लाल निशान में रहे।
निफ्टी भी 170.95 अंक की बड़ी तेजी के साथ 11,000.30 अंक पर खुला। सेंसेक्स की तरह यह भी शुरुआती कारोबार में कुछ देर के लिए लाल निशान में गया और 10,756.55 अंक के स्तर तक टूट गया। हालाँकि, तुरंत ही वापसी करता हुआ एक बार फिर हरे निशान में आ गया। कारोबार की समाप्ति पर निफ्टी गत दिवस के मुकाबले 228.50 अंक ऊपर 11,057.85 अंक पर बंद हुआ। यह इसका भी 09 अगस्त के बाद का उच्चतम स्तर है। बीच कारोबार में यह 11,070.30 अंक तक भी पहुँचा।
बड़ी और दिग्गज कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों में लिवाली कुछ कम रही। बीएसई का मिडकैप 1.57 प्रतिशत चढ़कर 13,409.51 अंक पर और स्मॉलकैप 1.65 अंक की मजबूती के साथ 12,387.10 अंक पर पहुँच गया। बीएसई में कुल 2,639 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,698 के शेयर बढ़त में और 805 के गिरावट में रहे जबकि अन्य 136 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित रहे।
विदेशों में एशियाई शेयर बाजार गिरावट में रहे। चीन का शंघाई कंपोजिट 1.17 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.64 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.91 प्रतिशत और जापान का निक्की 2.17 प्रतिशत टूट गया। यूरोप में मिश्रित रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.47 प्रतिशत लुढ़क गया जबकि जर्मनी का डैक्स 0.43 प्रतिशत की तेजी में रहा।