नई दिल्ली | पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कश्मीर को लेकर ट्वीट किया, “ मेरी इस सरकार के साथ कई मसलों पर असहमति है, लेकिन मैं यह पूरी तरह से स्पष्ट करना चाहता हूं कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान अथवा किसी भी अन्य देश के इसमें दखल देने का कोई स्थान नहीं है।”
कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के विभाजन और राज्य का विशेष दर्जा खत्म करने के नरेन्द्र मोदी सरकार के फैसले का लगातार विरोध कर रही है। संसद के दोनों सदनों में भी कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध किया था।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को रद्द कर राज्य को दो केन्द्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने का फैसला किया था। इस फैसले के तहत लद्दाख केन्द्रशासित प्रदेश बनाया गया है जो प्रशासक के अधीन रहेगा जबकि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक अन्य ट्वीट में जम्मू-कश्मीर में हिंसा के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, “ पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में हिंसा को बढ़ावा देता है। पूरे विश्व में पाकिस्तान को आतंकवाद के सबसे बड़े समर्थक के रूप में जाना जाता है।”
जम्मू-कश्मीर के संबंध में मोदी सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान पूरी तरह बौखलाया हुआ है, प्रधानमंत्री इमरान खान कई बार दोनों देशों के पास परमाणु हथियार होने का उल्लेख कर युद्ध की धमकी दे चुके हैं। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी कश्मीर का मसला उठाया था जहां उसे मुंह की खानी पड़ी थी।
इससे पहले कश्मीर घाटी की स्थिति का जायजा लेने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी तथा कुछ अन्य विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को गया था जिसे हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया था। गांधी की अगुवाई में नौ विपक्षी दलों का यह प्रतिनिधिमंडल वहां की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए गया था।
I disagree with this Govt. on many issues. But, let me make this absolutely clear: Kashmir is India’s internal issue & there is no room for Pakistan or any other foreign country to interfere in it.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 28, 2019