नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी के नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा के लापता होने के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को सुनवाई का फैसला किया है। न्यायमूर्ति आर भानुमति की अध्यक्षता वाली पीठ शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई करेगी।
गौरतलब है कि महिला वकीलों के एक समूह ने न्यायमूर्ति एनवी रमन की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष बुधवार को मामले का विशेष उल्लेख करते हुए स्वत: संज्ञान लेने का उससे अनुरोध किया था। महिला वकीलों ने दलील दी थी कि यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एलएलएम छात्रा लापता है।
पहले तो पीठ ने उन वकीलों को इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की सलाह दी थी, लेकिन वकीलों के जोर देने के बाद न्यायालय ने इस पर विचार करने का आश्वासन दिया था। इन महिलाओं ने इस बाबत मुख्य न्यायाधीश को भी चिट्ठी दी थी, जिसके बाद मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए इसे कल के सूचीबद्ध किया है।
विशेष उल्लेख करने वाली वकीलों में शोभा गुप्ता, सुमिता हजारिका, मोनिका गोसाईं और शोमोना खन्ना शामिल थीं।
लापता छात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानन्द के खिलाफ अपने और अन्य लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। एलएलएम छात्रा ने फेसबुक लाइव वीडियो के जरिये यह आरोप लगाये थे, लेकिन उसके बाद से वह लापता है।