नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चार नए राज्यपाल नियुक्त किए हैं जबकि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र का तबादला कर उन्हें राजस्थान का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
राष्ट्रपति भवन की ओर से रविवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार आरिफ मोहम्मद खान को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया है जबकि भगत सिंह कोशियारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है। डॉ. टी सुंदरराजन तेलंगाना की राज्यपाल नियुक्त की गई हैं जबकि बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का नियुक्त किया गया है।
शाहबानों के मामले पर कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री खान न्यायमूर्ति पी. सदाशिवम का स्थान लेंगे जिनका राज्यपाल के रूप में कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो गया है। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से मतभेद होने के बाद खान कांग्रेस छोड़कर जनता दल में शामिल हो गए थे और जनता दल सरकार में केन्द्रीय परिवहन मंत्री बने थे।
उसके बाद वह जनता दल से नाता तोड़ बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए थे। 2004 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए इसके बाद उन्होंने 2007 में भाजपा भी छोड़ दी थी। पिछले दिनों संसद से तीन तलाक विधेयक पारित होने पर उसका समर्थन भी किया था।
हैदराबाद में 12 जून 1947 को जन्मे दत्तात्रेय कलराज मिश्र का स्थान लेंगे जिनका तबादला कर राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। दत्तात्रेय ने 1965 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। वह वाजपेयी सरकार में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री और रेल राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। दत्तात्रेय 2014 की मोदी सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री बने थे।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी राज्यपाल सी. विद्यासागर का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल 30 अगस्त को समाप्त हो गया। 17 जून 1942 को बागेश्वर में जन्मे कोशियारी भाजपा के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। पिछली लोकसभा में वह नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद भी रहे।
एक जुलाई 1941 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जन्मे कलराज मिश्र 1963 से आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और वह उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री भी रहे। वह जून 2019 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने और अब उनका तबादला कर उन्हें राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया है। वह कल्याण सिंह का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल चार सितंबर को समाप्त होगा।
भाजपा नेता डॉ. तमिल साईं सुंदरराजन ईएसएल नरसिम्हन का स्थान लेंगी। दो जून 1961 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के नागरकोइल में जन्मीं तमिल साईं सुंदरराजन पेशे से डॉक्टर हैं और वह भाजपा की तमिलनाडु इकाई की अध्यक्ष भी रही हैं। इन सभी राज्यपालों की नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रभावी होगी।
राजस्थान से पहले भी नाता रहा है कलराज मिश्र का
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के नवनियुक्त राज्यपाल कलराज मिश्र का पहले भी राजस्थान से नाता रहा है।
मिश्र वर्ष 2004 में भाजपा के राजस्थान इकाई के प्रभारी थे। उस दौरान उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने का भी प्रयास किया था। इस दौरान उनका कार्यकताओं से काफी नजदीक रिश्ता रहा था। केंद्रीय सूचना एवं लघु उद्याेग राज्यमंत्री रहे मिश्र ने अपने मंत्रित्व काल में लघु उद्योगों के प्रति काफी रुचि दिखाई थी। वह उद्योग भारती के कार्यक्रम में भी शरीक हुए थे।
विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद्र कटारिया ने आशा व्यक्त की है कि मिश्र के राज्यपाल बनने से राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन हुआ है। मिश्र राज्य की बेहतरी के लिये केन्द्र और राज्य के बीच सेतु का काम भी करेंगे।