नई दिल्ली केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने आईडीबीआई बैंक को लेकर बड़ा फैसला किया है। कैबिनेट ने आईडीबीआई बैंक को 9257 करोड़ रुपये का पैकेज देने का ऐलान किया है। बैंक को एलआईसी की ओर से 4700 करोड़ मिलेंगी। वहीं, केंद्र सरकार 4557 करोड़ रुपये देगी। इसके अलावा कैबिनेट ने इथेनॉल की कीमतों में बढ़ोतरी का भी ऐलान किया है।
कैबिनेट ने इथेनॉल की बढ़ी कीमतों को मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि इस बार गन्ने के एफआरपी में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। ऐसे में सरकार इथेनॉल की कीमतें बढ़ाकर कंपनियों और किसानों की मदद करना चाहती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की मंगलवार को यहाँ हुई बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी। बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुये सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवददाताओं से कहा कि इस बैंक में एलआईसी की 51 प्रतिशत और सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। दोनों शेयरधारक इसमें 9,200 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करेंगे। इसमें एलआईसी 4,700 करोड़ रुपये से अधिक का और सरकार 4,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी।
आपको बता दें कि देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी ही आईडीबीआई बैंक की मालिक है। सरकार ने सभी सरकारी बैंकों को 70 हजार करोड़ रुपए की पूंजी देने का एलान किया था। बैंक को लगातार 11 तिमाही से नुकसान हो रहा है। आईडीबीआई बैंक में 46.5 फीसदी हिस्सा सरकार का, 51 फीसदी एलआईसी का और 2.5 फीसदी हिस्सा आम जनता का है।
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 सरकारी बैंकों के विलय का ऐलान किया। उन्होंने हुए कहा कि आने वाले समय में सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को मर्ज करके चार बड़े बैंक बनाए जाएंगे। पंजाब नैशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का आपस में विलय किया जाएगा, जिससे देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक तैयार होगा और जिनका बिजनस 17.95 लाख करोड़ का होगा।
इसके अलावा 75 नए मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। साथ ही गन्ना किसानों को 60 लाख मीट्रिक टन चीनी निर्यात करने के लिए एक्सपोर्ट के लिए 6268 करोड़ सब्सिडी देने का फैसला भी किया गया । ये पैसा सीधे किसानों के खाते में जाएगा
इथेनॉल को लेकर हुआ बड़ा फैसला- केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का कहना है कि गन्ना किसानों की मदद के लिए सरकार ने इथेनॉल को लेकर बड़ा फैसला किया है। ये फैसला किसानों के लिए बड़ा मददगार होगा। सरकार के इस फैसले से चीनी के भारी स्टॉक की समस्या को निपटाने और किसानों का बकाया भुगतान करने में मदद मिलेगी।
इथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है जिसे पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इथेनॉल का उत्पादन यूं तो मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है। इससे खेती और पर्यावरण दोनों को फायदा होता है। भारतीय परिपेक्ष्य में देखा जाए तो इथेनॉल ऊर्जा का अक्षय स्रोत है क्योंकि भारत में गन्ने की उपज बहुत बड़े स्तर पर होती है।