मुंबई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां तीन मेट्रो लाइनों का शिलान्यास किया।
मोदी ने मेट्रो लाइन का शिलान्यास करने से पहले पश्चिमी उपनगर विले पार्ले स्थित लोकमान्य सेवा संघ के तिलक मंदिर में भगवान गणपति की प्रार्थना की।
मोदी ने भगवान गणपति की पूजा-अर्चना करने के बाद मेक इन इंडिया के अंतर्गत बने पहले मेट्रो कोच का भी अनावरण किया।
प्रधानमंत्री ने मेट्रो लाइन की आधार शिला रखते हुए देश के वैज्ञानिकों के साहस की तारीफ की और कहा कि वह वैज्ञानिकों के दिखाए गए साहस और संकल्प से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा, “ये मैंने उनसे ही सीखा है कि बड़ी चुनौतियों के बावजूद लक्ष्य की दिशा में कैसे काम किया जाता है। वे तब तक प्रयास करना बंद नहीं करेंगे जब तक वे लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाते।”
मोदी ने कहा कि लोकमान्य गंगाधर तिलक ने समाज को सशक्त बनाने के लिए जिस सार्वजनिक गणेशोत्सव का शुभारंभ किया था, उसकी गूंज आज विदेश में भी सुनी जा सकती है। इस वर्ष लोकमान्य सेवा संघ के गणेशोत्सव का शताब्दी वर्ष भी है और पूरी उम्मीद है कि गणेशोत्सव का शताब्दी वर्ष देश को प्लास्टिक मुक्त करने में बड़ी भूमिका निभायेगा।
उन्होंने कहा कि बप्पा की विदाई के दौरान बहुत सारा प्लास्टिक और कचरा समुद्र में चला जाता है, इस बार हमें कोशिश करनी है कि ऐसा सामान जो जल प्रदूषण को बढ़ाता है, उसको पानी में नहीं बहाएंगे। मोदी ने कहा,“आपकी सेवा के बीच मैंने एक और संकल्प लिया है और यह संकल्प है अधिक से अधिक लोगों को दायित्वों के प्रति सजग करने का।”
मोदी ने कहा कि जल जीवन योजना की शुरुआत हो या फिर देश के हर किसान को किसान सम्मान निधि के दायरे में लाने का फैसला, हमारी मुस्लिम बहनों-बेटियों को तीन तलाक के संकट से मुक्ति दिलाने वाला कानून हो या बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा कानून, हर क्षेत्र में, बहुत तेजी से काम किया जा रहा है।