श्रीनगर कश्मीर के श्रीनगर में मुहर्रम के मौके पर मंगलवार को जुलजानाह और ताजिया जुलूसों को रोकने के लिए कड़े कर्फ्यू प्रतिबंध लगाये गये हैं।
श्रीनगर में सुरक्षा कारणों से 1990 से ताजिया जुलूसों पर प्रतिबंध जारी है लेकिन प्रतिबंधों के बावजूद बडगाम शहर में मुहर्रम मनाया गया, जहां बाहरी लोगों के प्रवेश को रोकने के लिए सभी सड़कें बंद हैं।
राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने करबला के शहीदों को मुहर्रम के मौके पर श्रद्धांजलि दी। श्रीनगर में सुबह से ही कर्फ्यू लगा दिया गया और सुरक्षा बलों ने लोगोें को घरों में ही रहने के निर्देश दिए थे।
अबी गुजार और सिविल लाइंस क्षेत्र की तरफ जाने वाली सभी सड़कें बंद हैं और यहां कंटीले तारों से घेराबंदी की गई है ताकि बाहर से कोई भी शहर में नहीं घुस सके।
गौरतलब है कि करीब 1400 वर्ष से पहले पैगंबर मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन अपने समर्थकों के साथ करबला में शहीद हाे गए थे और उन्हीं की शहादत में मुहर्रम मनाया जाता है।
कश्मीर घाटी में 37वें दिन भी कारोबारी तथा अन्य गतिविधियां ठप हैं और मोबाइल तथा इंटरनेट सेवाएं सुरक्षा कारणों से स्थगित हैं।