नयी दिल्ली इस वर्ष 17 सितंबर से आरंभ होने वाले अंतरराष्ट्रीय रामायण महोत्सव राजधानी के साथ लखनऊ और पुणे में भी आयोजित किया जाएगा जिनमें आठ देशों की रामायण मंडलियां भाग लेंगी।
विदेश मंत्रालय के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली के कमानी सभागार में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह 17 सितंबर को इस महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन समारोह में थाईलैंड, इंडोनेशिया और श्रीलंका की नाट्य मंडलियां रामायण के अलग अलग प्रसंग पर अपनी प्रस्तुतियां देंगी।
उल्लेखनीय है कि 17 सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन है। अगले दिन 18 सितंबर को कंबोडिया, मॉरीशस आैर ट्रिनीडाड एंड टोबेगो की मंडलियां तथा 19 सितंबर को बंगलादेश एवं फिजी की मंडलियां अपनी अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से लोगों को आकर्षित करेंगी।
डॉ. सहस्रबुद्धे के अनुसार लखनऊ में 20, 21 एवं 22 सितंबर को क्रमश: थाईलैंड, श्रीलंका, बंगलादेश, मॉरीशस, ट्रिनीडाड एंड टोबेगो, कंबोडिया और फिजी की मंडलियां रामलीला प्रस्तुत करेंगी जबकि इंडोनेशिया की मंडली 21 सितंबर को पुणे में रामकथा का मंचन करेगी।
उन्होंने कहा कि 2015 से आईसीसीआर ने भारत की सौम्य शक्ति के सांस्कृतिक स्वरूप को अंतरराष्ट्रीय पटल पर उभारने के उद्देश्य से रामायण महोत्सव का वार्षिक आयोजन शुरू किया था। इस वर्ष रामायण महोत्सव के पांच साल पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनमानस में इस बात की उत्सुकता हमेशा से रही है कि रामायण की कथा अनेक देशों के लोकाचार में प्रचलित है तो उन देशों में किस प्रकार से रामकथा का मंचन किया जाता है। उन्होंने कहा कि यही नहीं भारतीय रामलीला मंडलियों से भी उनका आदान प्रदान एवं संवाद होगा ताकि मेहमान मंडलियां भी रामायण की भारतीय कथा के सार को ग्रहण कर सकें।