Vishwakarma Jayanti निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा की आज (17 सितम्बर) जयंती है। देशभर में आज विश्वकर्मा की पूजा की जा रही है। भगवान विश्वकर्मा को शिल्पशास्त्री कहा जाता है। उन्हें देवी देवताओं के लिए भवनों का निर्माण, स्वर्ग लोक, लंका, द्वारिका हस्तिनापुर और अस्त्र-शस्त्रों का रचित माना जाता है। इस दिन इंजीनियर भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते है। उन्हें ही दुनिया का सबसे पहला इंजीनियर कहा जाता है।
वह बृहस्पति की बहन भुवना जो कि अष्टम् वसु महर्षि प्रभास की पत्नी थीं, उनके पुत्र हैं। पुराण में यह भी जिक्र मिलता है कि भगवान विश्वकर्मा की मां भुवना सभी ब्रह्मविद्याओं को जानने वाली थीं।
3 पत्नियां थीं
भगवान विश्वकर्मा की पत्नी आकृति हैं। इनके अलावा उनकी अन्य 3 पत्नियां थीं रति, प्राप्ति और नंदी। विश्वकर्मा के मनु चाक्षुष, शम, काम, हर्ष, विश्वरूप और वृत्रासुर नाम के 6 पुत्र हुए। इनके अलावा बहिर्श्मती और संज्ञा नाम की 2 पुत्रियां हुईं।
Vishwakarma puja ka shubh muhurat
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