नयी दिल्ली केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के महानिदेशक प्रभाकर सिंह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के हटाने के बाद लद्दाख समेत पूरे क्षेत्र के विकास में सीपीडब्ल्यूडी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
सिंह ने यहां राष्ट्रीय सम्मेलन ‘लोक वास्तुकला के उभरते चलन’ के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जम्मू- कश्मीर और लद्दाख में सीपीडब्ल्यूडी 10 हजार करोड़ रुपये की निर्माण परियोजनाओं पर काम कर रहा है। इनमें से तीन परियोजनायें जम्मू-कश्मीर आैर दो लद्दाख में हैंं। उन्होंने कहा कि 5000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है जबकि पांच हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं की प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने कहा कि दोनों राज्याें में व्यापक स्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है और स्थानीय प्रशासन नयी विकास परियोजनाओं की तैयारी कर रहा है। इसे देखते हुए सीपीडब्ल्यूडी ने दोनों राज्यों को पत्र लिखा है और विकास कार्यों को पूरा करने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होेंने पर्वतीय क्षेत्रों में विकास कार्य करना कठिन है और सामान्य तथा निजी कंपनियों के लिए यह संभव नहीं है। दूसरी ओर सीपीडब्ल्यूडी को इन क्षेत्रों में महारत हासिल हैं। देश के दुर्गम क्षेत्रों में सीपीडब्ल्यूडी ने निर्माण परियोजनायें पूरी की है।
उन्होंने कहा कि राज्यों के प्रशासन ने सीपीडब्ल्यूडी की विशेषज्ञता को ध्यान में रखते हुए पत्र का सकारात्मक जवाब दिया है।
सिंह ने बताया कि सीपीडब्ल्यूडी इन क्षेत्रों में अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और कारखानों के भवनों का निर्माण करने के अलावा सड़क, पार्क, बाजार तथा अन्य सुविधाओं का निर्माण कर रहा है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू- कश्मीर तथा लद्दाख में काम करना सरल हुआ है। प्रक्रियागत बाधाओं में कमी आयी है।