नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से स्वस्थ भारत का निर्माण करने का आह्वान करते हुए कहा है कि ई सिगरेट को निषेध किया जाना चाहिए और इसके के संबंध में भ्रांतियां दूर करनी चाहिए।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देशवासियों को तंबाकू और ई सिगरेट के दुष्प्रभावों के बारे में आगाह किया। उन्होेंने कहा कि तंबाकू का सेवन करने से युवाओं का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है और वे अपने जीवन लक्ष्य से भटक जाते हैं।
उन्होेंने कहा कि तम्बाकू का नशा, सेहत के लिए, बहुत नुकसानदायक होता है और उसकी लत छोड़ना भी बहुत मुश्किल हो जाता है। तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगों को कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि तम्बाकू से नशा उसमें मौजूद निकोटीन के कारण होता है। किशोरावस्था में इसके सेवन से दिमाग का विकास भी प्रभावित होता है। हाल ही में भारत में ई सिगरेट पर प्रतिबन्ध लगाया गया है। इसके बारे गलत धारणा पैदा की गई है। ये भ्रान्ति फैलाई गई है कि ई सिगरेट से कोई खतरा नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ई सिगरेट के बारे लोगों में इतनी जागरुकता नहीं है। वे इसके खतरे को लेकर भी पूरी तरह अंजान हैं। एक बार जैसे ही घर के किशोर और युवा इसके चंगुल में फंस गए, तो फिर, धीरे-धीरे वे इस नशे के आदी हो जाते हैं। इस बुरी लत के शिकार हो जाते हैं। ई सिगरेट में कई हानिकारक रसायन मिलाए जाते हैं, जिसका, स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य है। ई सिगरेट पर प्रतिबन्ध लगाया गया है ताकि नशे का यह नया तरीका हमारे युवा देश को तबाह न कर दे। हर परिवार के सपनों को रौंद न डाले। बच्चों की जिंदगी बर्बाद न हो जाए। ये बीमारी, ये आदत समाज में जड़ें न जमा दें।
प्रधानमंत्री ने युवाओं से तम्बाकू के व्यसन को छोड़ देेने का अनुरोध किया और कहा कि ई सिगरेट के संबंध में कोई गलत फहमी नहीं होनी चाहिए। हम सब मिलकर एक स्वस्थ भारत का निर्माण करना चाहिए। युवाओं को फिट इंडिया अभियान से जुड़ना चाहिए।
मोदी ने सिस्टर मरियम थ्रेसिया को महान विभूति बताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सिस्टर मरियम थ्रेसिया को एक महान विभूति बताते हुए कहा कि उन्हें 13 अक्टूबर को वेटिकन सिटी में संत घोषित किया जाएगा। मोदी ने कहा ये हमारी भारतमाता, ये हमारा देश, बहुरत्ना वसुंधरा है। अनेक मानव रत्न इस धरती से निकले हैं।
भारत-वर्ष ऐसे असाधारण लोगों की जन्म-भूमि रहा है, कर्म-भूमि रहा है और ये वो लोग हैं, जिन्होंने, अपने लिए नहीं, औरों के लिए, अपने आप को खपा दिया है। ऐसी ही, एक महान विभूति को 13 अक्टूबर को वेटिकन सिटी में सम्मानित किया जा रहा है। यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है, कि पोप फ्रांसिस आने वाले 13 अक्टूबर को मरियम थ्रेसिया को संत घोषित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सिस्टर मरियम थ्रेसिया ने 50 साल के अपने छोटे से जीवनकाल में ही मानवता की भलाई के लिए जो कार्य किए, वे पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है। समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र से, उनका अदभुत लगाव था। उन्होंने, कई स्कूल, हॉस्टल और अनाथालय बनवाए और जीवनपर्यन्त इस मिशन में लगी रहीं। सिस्टर थ्रेसिया ने जो भी कार्य किया, उसे निष्ठा और लगन के साथ, पूरे समर्पण भाव से पूरा किया।
उन्होंने सिस्टर मरियम थ्रेसिया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत के लोगों को खास तौर पर हमारे ईसाई भाई-बहनों को इस उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।