नई दिल्ली भारतीय रेलवे की सहयोगी कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) आज खुल गया है और यह 3 अक्टूबर 2019 को बंद होगा और इसका प्राइस बैंक 315 से 320 रुपये रखा गया है ।
आइए जानते हैं इस ऑफर और कंपनी के बारे में प्रमुख बातें-
सरकार अपने विनिवेश कार्यक्रम के द्वारा इस ऑफर के द्वारा कंपनी के 2.01 करोड़ शेयर यानी 12.6 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहती है। इसका मिनिमम बिड साइज 40 शेयरों का होगा यानी कम से कम 40 शेयरों में निवेश किया जा सकता है। अभी इस कंपनी में सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी है, लेकिन शेयरों की बिक्री के बाद सरकार की हिस्सेदारी घटकर 87.4 फीसदी ही रह जाएगी। इसकी फेस वैल्यू 10 रुपये की है और फ्लोर प्राइस इसका 31.5 गुना और कैप प्राइस 32 गुना है। इससे आईआरसीटीसी को 635 से 645 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है।
छोटे निवेशकों को मिलेगी छूट-
आईपीओ के तहत जो शेयर जारी किए जा रहे हैं, उसका 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स को आवंटित होगा, जिसमें से 2 लाख इक्विटी शेयर म्यूचअल फंड को मिलेंगे। इसी तरह 15 फीसदी शेयर हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स यानी बड़े निवेशकों के लिए होंगे। इस तरह छोटे या आम निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा उपलब्ध रहेगा।
मिनी रत्न-
आईआरसीटीसी की स्थापना 27 सितंबर, 1999 को हुई थी और इसे 1 मई, 2008 को भारत सरकार से मिनी रत्न कंपनी का दर्जा मिला था। यह रेलवे की खान-पान सेवा के अलावा ई-कैटरिंग, एग्जीक्यूटिव लॉन्ज, बजट होटल जैसे सेगमेंट में भी कारोबार करती है।
जोखिम-
इसका कारोबार पूरी तरह से भारतीय रेल पर निर्भर है, इसलिए रेल मंत्रालय की कोई प्रतिकूल नीति आई तो इसके मुनाफे पर बड़ी चोट पड़ सकती है। इसके अलावा देश में फूड सप्लाई इंडस्ट्री काफी असंगठित है, जिसकी वजह से लोकल सप्लाई में किसी तरह की दिक्कत आने पर आईआरसीटीसी का कारोबार भी प्रभावित हो सकता है।
कैसे IPO में करें निवेश?
IPO में निवेश के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी है। इस अकाउंट में आईपीओ में निवेश का ऑप्शन होता है. इस ऑप्शन को सेलेक्ट कर आईपीओ की प्राइसिंग से जुड़ी कुछ सूचनाएं भरने के बाद आवेदन किया जा सकता है। आपके आवेदन के हिसाब से उतनी रकम आईपीओ बंद होने से लिस्टिंग तक ब्लॉक कर दी जाती है।