सिरोही। राजस्थान में सिरोही जिले के 1100 वर्ष प्राचीन तीर्थ धवली के जीरावल तीर्थ में भगवान महावीर स्वामी की करीब 2200 वर्ष पुरानी प्रतिमा विराजित की जाएगी।
जीरावल ट्रस्ट के मंत्री पोपटलाल जैन ने बताया कि प्रतिमाजी को सूरत में सोमवार सुबह विधिविधान के साथ परमात्मा के पूरे परिवार को लाएंगे। प्रतिमा शााम चार बजे जीरावल पहुंचेगी जहां वधामणा के साथ परमात्मा का प्रवेश का वरघोडा होगा ओर चतुर्विद संघ परमात्मा को सपरिवार जीरावल तीर्थ में प्रवेश करके शुभ मुहुर्त में तीर्थ के मुख्य मंदिर के पास अस्थायी रूप से मेहमान के रूप में विराजित करेंगे। आबूगौड समाज भी इस मौके पर जीरावला पहुंचकर परमात्मा का वधामणा करेंगें।
उन्होंने बताया कि प्राचीन एवं अति दुर्लभ प्रतिमा को विराजमान एवं वधामणे का लाभ किसको मिले उसके लिए सोमवार को दोपहर दो बजे जीरावला तीर्थ में विराजित आचार्य भगवंत पूर्णचन्द्रसूरीजी एवं युगचन्दसूरीजी की निश्रा में चढ़ावे बोले जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि गत सात मई को यह प्राचीन प्रतिमा बिना सकल संघ की अनुमति के रात्रि के अन्धेरे में कुछ ट्रस्टी चुपचाप से परमात्मा के पूरे परिवार को ले गए और तीर्थ को खण्डित कर दिया, जिसकी जानकारी मिलने पर देश भर में जैन समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया। धवली के ग्रामीणों एवं धवली तीर्थ रक्षा कमेटी ने रेवदर पुलिस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई।
प्राचीन तीर्थ को उजाड़ने का देशभर में विरोध होने पर पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने जैन समाज के दोनों पक्षों की बैठक करके उन्हें समझाया और प्राचीन प्रतिमा वापस नहीं आने पर नियमानुसार कार्रवाई की चेतावनी दी।
बाद में विवाद बढ़ने पर पुलिस ने सूरत में प्रतिमा को रखने वाले चम्पालाल जैन को समझाया कि वह प्रतिमा वापस दें। इस पर उन्होंने सकल संघ की भावनाओं के आधार पर पुलिस को आश्वस्त किया कि वह प्रतिमाजी को दे देंगे।