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comedy indian jokes october month in hindi - Sabguru News
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एक आदमी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान उसे अमृत देते हैं, लेकिन वो …

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एक आदमी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान उसे अमृत देते हैं, लेकिन वो …
comedy hindi jokes october month
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कागज़ पे लिखी गज़ल, बकरी चबा गयी !

चर्चा पुरे शहर में हुई, के बकरी शेर खा गयी


कभी किसी ने ये सोचा कि दवाई के पैकेट मे 10 tablet ही क्यों होती है ???

जानकारी के लिए बता दूँ..

यह प्रथा जब रावण को सरदर्द हुआ, तब उसी ने चालू करवायी थी…!


चचा वोट डालकर बाहर आए
और पोलिंग एजेंट से पूछा: तेरी चाची वोट डाल गई क्या?

एजेंट ने लिस्ट चेक कर के कहा: जी चचा वह वोट डाल गई!!

चचा भरे गले से बोले:
जल्दी आता तो शायद मिल जाती,

पोलिंग एजेंट: क्यो चाचा आप साथ नही रहते?

चचा: बेटा उसे मरे हुए 15 साल हो गए हर बार वोट डालने आती है पर मिलती नही


एक फ्लैट में घंटी बजती है और महिला जो घर में अकेली है दरवाज़ा खोलती है …

भिक्षुक:
“माई, भिक्षा दे।”

महिला:
“ले लो, महाराज ..”

भिक्षुक:
“माई … ज़रा यह द्वार पार करके बाहर तो आना।”

वह द्वार पार करके बाहर आती है।

भिक्षुक (उसे पकड़ते हुए ):
“हा .. हा … हा … मैं भिक्षुक नहीं, रावण हूं !”

महिला:
“हा .. हा .. हा … मैं भी सीता नहीं, कामवाली बाई हूँ।”

रावण :
“हा..हा..हा.. सीता का अपहरण करके आज तक पछता रहा हूं,
तुम्हें ले जाऊंगा तो मंदोदरी खुश हो जायेगी। मुझे भी कामवाली बाई की ही ज़रूरत है …”

महिला :
“हा, हा, हा … सीता को ढूंढने सिर्फ राम आऐ थे …
मुझे ले जाओगे तो सारी बिल्डिंग ढूंढते पहुंच जाएगी।”


पत्नी – शादी क्या है?
.
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पति – ‘मान भी जाओ’ से लेकर ‘भाड़ में जाओ’ तक का सफर ही शादी है!
बाकी सब तो मोह-माया है…!!


एक आदमी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान उसे अमृत देते हैं,
लेकिन वो मना कर देता है!

भगवान – क्यों वत्स, अमृत क्यों नहीं पी रहे?

आदमी – अभी-अभी गुटखा खाए हैं प्रभु, कैसे थूक दें!!!