हिसार अगर भूख लगी है और दाल-रोटी खाने का मन है तो प्लास्टिक की पानी या कोल्ड ड्रिंक की 20 खाली बोतल का जुगाड़ कीजिए और इन्हें यहां शहर के दो नामी भोजनालयों को दीजिए और दाल-रोटी का मज़ा लीजिए।
यह अनूठा ऑफर दो नामी भोजनालय मॉडल टाउन स्थित हौंदाराम और फव्वारा चौक स्थित जनता भोजनालय ने शहर को प्लास्टिक मुक्त करने को लेकर दिया है। नगर निगम के 10 प्लास्टिक की बोतलें लाइए और थैला ले जाइए के अभियान से प्रेरित होकर इन दोनों भोजनालयों ने इस मुहिम का आगाज़ किया है। दोनों भोजनालयों पर जहां 20 बोतलों के बदले दाल-रोटी खिलाई मिलेगी वहीं प्लास्टिक की 10 बोतल देने पर कपड़े का एक थैला भी मिलेगा। दोनों सुविधाएं एक छत के नीचे ही शहरवासियों को मुहैया कराई जाएंगी। भोजनालयों पर कपड़े के थैले नगर निगम प्रशासन द्वारा मुहैया कराए जाएंगे।
मुहिम शुरू करने वाले दोनों भोजनालयों के स्वामियों ने नगर निगम के अधीक्षक अभियांता रामजीलाल से मुलाकात की और अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस पर उन्होंने दोनों भोजनालयों को वितरित करने के लिये थैले मुहैया कराने प्लास्टिक की बोतलों का निपटान कराने आश्वासन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी एलिना मसूदी भी मौजूद थीं। वहीं मिशन ग्रीन फाउंडेशन की ओर से स्वामी सहजानंद ने रामजीलाल और प्रवर्तन अधिकारी हरदीप सिंह को कपड़े के 200 थैले सौंपे जो नगर निगम प्रशासन अपने स्तर पर वितरित करेगा।
हिसार के मॉडल टाउन स्थित हौंदाराम भोजनालय के मालिक राधेश्याम ने कहा कि शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना हमारा फर्ज है। “प्लास्टिक की पानी और कोल्ड ड्रिंक की 20 खाली बोतलों के बदले दाल रोटी खिलाने की हमने मुहिम शुरू की है। भोजन खिलाना पुण्य का काम है। पर्यावरण प्रदूषित होने से बचाना भी हमाना फर्ज है जिससे हम अपने बच्चों को बेहतर जीवन दे सकें।“
वहीं हिसार के फव्वारा चौक स्थित जनता भोजनालय के स्वामी विनोद कुमार ने कहा “भूखों को खाना खिलाना पुण्य का काम है। इसके साथ यदि पर्यावरण प्रदूषित होने से बचा पाएंगे तो यह हमारी खुशनसीबी होगी। इसलिए हमने प्लास्टिक की पानी और कोल्ड ड्रिंक की खाली 20 बोतलों के बदले दाल रोटी खिलाने का निर्णय लिया है। हमारा मकसद है कि सड़कों पर प्लास्टिक की खाली बोतलों से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचें। प्लास्टिक की खोली बोतलें नगर निगम प्रशासन ने लेने का निर्णय लिया है।“