दिल्ली-एनसीआर में दशहरे के मौके हर बार हवा ख़राब होने लगती है, लेकिन इस बार कुछ अलग देखने को मिला है। पंजाब और हरियाणा के किसान अपनी फसल का बचा हुआ पराली जलने से यह जहरीली धुँआ निकलती है। जहरीली धुँआ दिल्ली की तरफ धीरे धीरे बढ़ रही है। इस बार भी पराली जलाना जारी रखा है। इससे उठने वाले धुँआ से प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा के करनाल में धारा 144 लगा दी गई है।
लेकिन लोग पराली जलाते बंद नहीं हो रहे है। जिनके खिलाफ FIR दर्ज की जा रही है। लेकिन किसानो का कहना है कि सरकार इसका कोई हल नहीं निकाल नहीं पा रही है। इससे दिल्ली का प्रदूषण बढ़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार भिवाड़ी में एयर इंडेक्स 200, धारूहेड़ा में 232, गाजियाबाद में 225, ग्रेटर नोएडा में 230, गुरुग्राम में 171, मानेसर में 184, नोएडा में 193 और पलवल में 120 रहा। दिल्ली में इससे पहले खराब स्तर की हवा 14 जुलाई को थी। तब एयर इंडेक्स 234 था। खबरे के अनुसार अगले 24 घंटे में प्रदूषण का स्तर और बढ़ने की आशंका है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण को रोकने लिए मंगलवार को क्रमिक कार्रवाई कार्ययोजना (जीआरएपी) प्रभाव में आ जाएगी और स्थिति के हिसाब से निजी वाहनों को निरुत्साहित करने, डीजल जेनरेटरों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। ईंट के भट्टे और स्टोन क्रशर बंद करने जैसे कठोर कदम तत्परता से उठाए जाएंगे।
इस साल जीआरएपी चार नवंबर से लागु हो रही है
दिल्ली सरकार की वाहनों की सम-विषम योजना शुरू होगी तथा एनसीआर के गुड़गांव, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, बहादुरगढ़ शहरों में डीजल जेनरेटों पर पाबंदी लगेगी। ऐसे में खबरों के अनुसार अगले 48 घंटो में दिल्ली के हालत कुछ ज्यादा ही खराब सकते है।