अपने नेताओं को संभाले रखना कांग्रेस के लिए इन दिनों चुनौती बनता जा रहा है। एक के बाद एक कई दिग्गज कांग्रेसी भाजपा का दामन थाम रहे हैं। अभी तीन दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ की कांग्रेस की पूर्व सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस आलाकमान के लिए अच्छी खबर नहीं रही। रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है।
इस मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में एक बार फिर अदिति सिंह के भाजपा में जाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। हालांकि अदिति सिंह ने मुख्यमंत्री से हुई अपनी इस मुलाकात पर कहा कि वो अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर मिलने गई थीं। इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि जो लोग स्वार्थ के बारे में सोचते हैं और उनकी कोई विचारधारा नहीं है। वे कहीं भी जा सकते हैं। हमने अदिति को नोटिस दिया है, जवाब नहीं मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि अदिति सिंह के खिलाफ पार्टी सीधे कार्यवाई करने से बच रही है।
पहले भी पार्टी निर्देशों की अवहेलना कर चुकीं हैं विधायक अदिति
रायबरेली के बाहुबली कांग्रेस विधायक रहे दिवंगत अखिलेश सिंह की पुत्री और रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह का
पार्टी निर्देशों की अवहेलना करते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा में विशेष सत्र के दौरान सदन में बैठना कांग्रेस को अखर गया था।
इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अदिति सिंह के खिलाफ घेराव किया था। उस समय भी प्रदेश कांग्रेस आलाकमान अदिति पर कार्रवाई करने से बचता रहा।
गौरतलब है कि दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर विधानसभा में विशेष सत्र का विपक्ष ने बहिष्कार किया था। मगर सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सदन में पहुंच गईं थी। यह कांग्रेस को नागवार लगा था।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार