भरतपुर। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्य के निकाय चुनाव में अप्रत्यक्ष तरीके से निकाय प्रमुख चुने जाने के सरकार के फैसले पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत बताई है।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पायलट ने आज भरतपुर के बयाना में मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि बिना पार्षद बने निकाय प्रमुख बनाए जाने की कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कोई मांग नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस संबंध में फिर से विचार करना चाहिए।
उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कथन को याद करतेे हुए कहा कि गांधी जी का यह कहना था कि लोकतंत्र के आखिरी छोर पर बैठे मतदाता की भावनाओं का हमेशा सम्मान होना चाहिए। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीवगांधी द्वारा चुनाव विधान में किए गए संसोधन का भी इस मौके पर जिक्र किया।
एक सवाल के जबाव में पायलट ने राज्य के निकाय चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के साथ किसी भी तालमेल या गठबन्धन से इंकार किया है। पायलट पूर्व मंत्री कांग्रेस के पूर्व विधायक बृजेन्द्र सूपा के निधन के पर अपनी शोक संवेदना के लिए मंगलवार को बयाना आए थे।