इस बार धनतेरस 25 अक्टूबर को है ।यह दिन देशभर में जमकर खरीदारी के लिए जाना जाता है। धनतेरस के दिन सोना खरीदना शुभ तो माना ही जाता है साथ ही पुरानी परंपरा भी रही है। इस समय अक्टूबर का माह चल रहा है, जाे त्योहारों का मौसम कहा जाता है। दशहरा, धनतेरस लेकर छठ पूजा तक सब इसी महीने में मनाए जाते हैं। पर इन सबमें जो सबसे खास होता है वो है धनतेरस।
इस मौके पर लोग सोना खरीदना बेहद ही शुभ मानते हैं। माना जाता है कि धनतेरस के दिन सोना खरीदने से घर में लक्ष्मी प्रवेश करती हैं। इस दिन चांदी के या किसी धातु के बर्तन खरीदना ज्यादा शुभ माना जाता है। इस दिन पीने के पानी का बर्तन खरीदें। इस खास पर्व पर आप मिट्टी की बनी हुई 11 या 9 दीयों वाली लक्ष्मी की मूर्ति भी जरूर खरीदें, यह आपके लिए फलदायी होगी।
लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं कि सोना खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखिए। शुद्ध सोने की पहचान के लिए कैरेट को मानक माना जाता है। 24 कैरेट का सोना सबसे शुद्ध होता है। लेकिन 24 कैरेट के सोने का इस्तेमाल गहने बनाने के लिए नहीं किया जा सकता है। गहने बनाते समय 22 कैरेट सोने के साथ 2 कैरेट चांदी मिला दी जाती हैं। ऐसे में आप ख्याल रखें कि जो भी सोना आप खरीद रहे हैं वह कम से कम 22 कैरेट का हो।
सोने की खरीदारी करने वाले ग्राहकों के साथ कोई धोखाधड़ी न हो इसके लिए भारत सरकार द्वारा इंडियन स्टैंडर्ड ऑफ ब्यूरो बनाया गया है। इंडियन स्टैंडर्ड ऑफ ब्यूरो खरे सोने की पहचान के लिए उस पर पर प्यूरिटी का हॉलमार्क लगा देता है। सोने की खरीदारी से पहले आप इस हॉलमार्क की जांच जरूर करें। अगर आप धनतेरस के मौके पर गोल्ड क्वाइन खरीदने जा रहे हैं तो इसकी पैकेजिंग का ख्याल जरूर रखें। गोल्ड क्वाइन की पैकेजिंग पहले से खुली हुई नहीं होने चाहिए। गोल्ड क्वाइन की पैकेजिंग उसके असली होने की सबसे बड़ी पहचान होती है।
धनतेरस पर कुबेर और लक्ष्मी की साथ पूजा करने से घर पर कृपा रहती है
धनतेरस, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को भगवान धनवन्तरि का जन्म हुआ था। धनतेरस के अलावा इस त्योहार को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और यमलोक के राजा यमराज की पूजा की जाती है। पुराणों के अनुसार धनतेरस के दिन कुबेर और लक्ष्मी की साथ पूजा करने से आपके घर पर कृपा रहती है। धनतेरस की पूजा का सही समय और किस मुहूर्त में फलदायी होगी आपकी खरीदारी।
शाम 7 बजे से आप 8:15 तक भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त है। इस वक्त अगर आप धनतेरस की पूजा करते हैं तो परिणाम फलदायी होगा। सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें और उनके बाद लक्ष्मी को फूल और अक्षत के साथ चंदन लगाएं।बाद में दक्षिण दिशा की ओर यमराज को जल दें। तिल का तिल जलाकर सभी की आरती करें। पूजा करने के बाद अनाज का दान करें।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार