Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
गोवा चक्रवाती तूफान से बेहाल, भारी बारिश, आंधी से पेड उखडे - Sabguru News
होम Breaking गोवा चक्रवाती तूफान से बेहाल, भारी बारिश, आंधी से पेड उखडे

गोवा चक्रवाती तूफान से बेहाल, भारी बारिश, आंधी से पेड उखडे

0
गोवा चक्रवाती तूफान से बेहाल, भारी बारिश, आंधी से पेड उखडे

संगीता प्रकाश शाह

पणजी। अरब सागर में चक्रवाती तूफान के कारण बने कम दबाव की वजह से गोवा में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। चक्रवात के कारण तेज हवा चलने से जगह-जगह पेड उखड गए। कई जगह वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। लगातार जारी बारिश के चलते लोग दीपावली की खरीदारी नहीं कर पा रहे। बाजार में दुकानदार मायूस हैं। घर की चारदीवारी पर दीवाली के दौरान कैंडल सजाना नहीं हो पा रहा।

दीपावली पर गोवा में राक्षस नरकासुर के वध का अनोखा महोत्सव होता है। बरसात से इस उत्सव पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इस उत्सव के दौरान राक्षस नरकासुर का पुतला जलाया जाता है और अन्य खेलकूद स्पर्धाएं होती हैं। इस समय आमतौर पर गोवा में चमकीली धूप रहती है। लेकिन इस बार बारिश ने हाल बेहाल कर दिया। ऐसी मान्यता है कि राक्षस राज नरकासुर भगवान के भक्तों को परेशान करता था। उसने 16 हजार राजकुमारियों को बंधक बना लिया था और उनसे शादी करना चाहता था।

भगवान कृष्ण को जब नरकासुर की इस क्रूरता का पता चला तो उन्होंने सुदर्शन चक्र से नरकासुर का मस्तक काट कर दिवाली के दिन समस्त राजकुमारियों को मुक्त कराया था। इसी उपलक्ष्य में गोवा के लोग नरकासुर वध का समारोह मनाते हैं, जैसे उत्तर भारत में रावण वध का समारोह दशहरे पर होता है। नरकासुर के पुतले का शहर में जुलूस निकाला जाता है। बाद में उसका प्रतीकात्मक वध कर पुतले का दहन किया जाता है।-

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का रेड अलर्ट

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department’s, IMD) पहले ही चेतावनी जारी का चुका है, इसमें पर्यटकों को 27 अक्‍टूबर तक गोवा में आने से परहेज करने को कहा गया है। तटीय राज्‍य में रेड अलर्ट जारी करते हुए मौसम विभाग ने कहा कि गोवा में भारी से ज्‍यादा भारी बारिश हो सकती है।

आईएमडी के गोवा निदेशक डॉ. कृष्णमूर्ति पडगलवार ने बताया कि आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को गोवा में 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य में पहली अक्टूबर से अब तक 144 फीसदी मानसूनी बारिश दर्ज की गई है।

मौसम का अनुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट के अनुसार अरब सागर पर निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है। इसी तरह एक निम्न दबाव क्षेत्र आंध्र प्रदेश तट पर भी बना हुआ है जो उत्तर आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ेगा।

दक्षिण भारत में अरब सागर के पूर्वी मध्‍य भारत पर बना कम दबाव अब पूर्वी उत्‍तर पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा। यह 25 अक्‍टूबर की शाम या रात तक फ‍िर से धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढने लगेगा। इसके चलते तटीय कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्‍सों में मध्‍यम से भारी बारिश होगी।

स्काईमेट का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में दक्षिण तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश होगी। चेन्‍नई में मध्‍यम बारिश का अनुमान है। शुक्रवार से देश के दक्षिणी इलाकों में ये गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। वहीं कुछ स्‍थानों पर भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। एजेंसी की मानें तो उत्तरपूर्वी मॉनसून के कारण बीते 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश हुई है।