सबगुरु न्यूज-माउण्ट आबू। चुनाव हैं तो अफवाह भी होंगी। अफवाह अगर धुंआ है तो इसके धुंधलके के पीछे कहीं आग भी होगी। ऐसी ही आग फिलहाल माउण्ट आबू में लगी हुई है। वो ये कि कांग्रेस वार्ड संख्या 16 या 17 में भाजपा को वाक ओवर देने के मूड में है।
कारण ये बताया जा रहा है कि वहां से माउण्ट आबू नगर पालिका को वर्षों से चलाने वाले हाथ का खून रंग लाने की फिराक में है। चर्चा ये है कि कांग्रेस काफी हद तक इसमें पूर्ण सहमत भी हो गई है। कैंडिडेट के अनुसार ये वार्ड बदल भही सकता है लेकिन फिलहाल इन्ही वार्डो के नाम सामने आ रहे हैं। वैसे पक्ष-विपक्ष की ये युति राजनीति का नैतिक शास्त्र भी है।
-राजेन्द्र मार्ग, टैक्सी चौराहा और ढूंढाई बंगले से आजाद हो पाएगी माउण्ट नगर पालिका
लम्बे अर्से से आरोप लगता रहा है कि माउण्ट आबू नगर पालिका भौतिक रूप से तो पोलो ग्राउण्ड से सामने स्थित कार्यालय से चलती है, लेकिन इसे चलाया राजेन्द्र मार्ग, टैक्सी चौराहा,ढूंढाई, कुम्हारवाड़ा रोड से जा रहा है। इस बार भी वार्ड संख्या 16-17 में भाजपा को वाक ओवर देने के पीछे यहीं वजह मानी जा रही है।
-पूरे आंदोलन में छाए रहे
कांग्रेस जिस भाजपा प्रत्याशी को वार्ड संख्या 16 और 17 से वाक ओवर देने के मूड में बताई जा रही है उन्हीं के करीबी माउण्ट आबू बंद आंदोलन में छाए रहे। अप्रत्यक्ष रूप से आबू संघर्ष समिति बिना नाम लिए वहां से माउण्ट नगर पालिका चलने का दावा करती रही। अब कांग्रेस द्वारा फिर से वार्ड 16 और वार्ड 17 में वाक ओवर देने की कोशिश की चर्चा संघर्ष समिति के उन दावों पर मोहर लगाता दिख रहा है कि माउण्ट आबू को फिर से उन्हीं लोगों की कठपुतली बनाया जा रहा है जिनका माउण्ट आबू विरोध करता रहा।