दिवाली के बाद दिल्ली समेत एनसीआर में बढ़े वायु प्रदूषण से आज सुबह लोगों को कुछ राहत मिली है। पिछले आठ दिनों से लगभग तीन करोड़ लोग जहरीली हवा में सांस ले रहे थे। लेकिन अभी भी हवा की क्वालिटी खराब है। हालांकि अगले कुछ दिनों तक स्थिति बेहतर होते रहने की संभावना है। प्रदूषण घटने के बाद पिछले कई दिनों से बंद स्कूल भी आज खुल गए।
गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर में जहरीली हवा काे देखते हुए सभी स्कूल 5 नवंबर तक बंद कर दिए गए थे। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया था। घरों के अंदर भी दम घुटा जा रहा था। ऑफिस, रास्तों में चाहे घरों में लोग मास्क पहनकर रहने को मजबूर हो गए थे। दिल्ली एनसीआर से निकली जहरीली हवा राजस्थान की राजधानी जयपुर व अन्य जिलों के साथ पश्चिम उत्तर प्रदेश के आगरा समेत अन्य जिलों में भी फैल गई थी।
मौसम विभाग के मुताबिक आजकल राजधानी में बारिश भी हो सकती है। दिल्ली-एनसीआर के साथ जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश होने का अनुमान है। सोमवार को दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की 4 हजार 962 घटनाएं दर्ज की गईं। इस बीच पंजाब में मंगलवार को इस सीजन में पराली जलाए जाने की सबसे अधिक 6 हजार 668 घटनाएं हुई हैं।
दूसरी ओर प्रदूषण के मामले में आज पंजाब, हरियाणा और यूपी के मुख्य सचिव सुप्रीम कोर्ट में पेश होंगे। सोमवार को कोर्ट ने मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए जानना चाहा था कि इन राज्यों ने पराली जलाने वाले किसानों पर कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ऐसी घटनाओं के लिए अब सीधे प्रशासन के अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
किसानों ने खुलेआम जलाई पराली, राज्य के अफसर नहीं रोक पाए
दिल्ली और एनसीआर में छाई खतरनाक जहरीली हवा के लिए किसानों के द्वारा जलाई गई पराली भी बहुत जिम्मेदार है।पिछले कई दिनों से पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसान खेतों में खुलेआम पराली जलाते रहे। जिससे और भी भयावह हालात हो गए थे। इन राज्यों के पुलिस अफसर इसे रोकने में नाकामयाब रहे हैं। राज्य सरकारें एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराती रही। पिछले दिनों प्रदूषण पर सर्वोच्च अदालत के सख्त रवैया के बाद अब राज्य सरकार जागी है।अदालत में बढ़ते प्रदूषण पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकारों को पराली जलाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार