पंचकूला। सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह की सहयोगी प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत को आज पंचकूला की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी। अंबाला जेल में बंद हनीप्रीत को विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो अदालत में मुख्य न्यायिक दंडाघिकारी रोहित वत्स के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेश किया गया।
हनीप्रीत को अगस्त 2017 में साध्वी यौन शोषण प्रकरण में डेरा प्रमुख को दोषी करार देने के दिन हुई हिंसा के मामलों में गिरफ्तार किया गया था। पंचकूला, सिरसा समेत हरियाणा, पंजाब के कुछ हिस्सों में फैली हिंसा में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी तथा करोड़ों की संपत्ति फूंक दी गई थी।
कुछ ही दिन पहले हनीप्रीत व कुछ अन्य डेरा प्रेमियों के खिलाफ धारा 121 और 121ए हटाई गई थी जिसके बाद आज हनीप्रीत को जमानत दे दी गई। शाम छह बजे अंबाला जेल से हनीप्रीत को रिहा किया गया। हनीप्रीत ने मीडिया से बात नहीं की।
मीडिया के एक हिस्से ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हनीप्रीत को ‘वीआईपी ट्रीटमेंट‘ दी और महिला पुलिस का वाहन हनप्रीत के कारों के काफिले के साथ था जिसके डिप्पर की फ्लड लाईट के कारण छायाकार तस्वीरें नहीं खींच सके। सूत्रों के अनुसार अपने भाई-बहन हनीप्रीत बठिंडा गई।