आज आठ नवंबर को महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर सुबह से ही मुंबई में भाजपा और शिवसेना के बीच जबरदस्त हलचल रही । राजनीति के पंडितों को यह अनुमान था कि शायद शाम होते-होते सरकार के गठन को लेकर कोई नतीजा निकल आएगा । लेकिन ऐसा हो नहीं सका आखिरकार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है ।
अब महाराष्ट्र धीरे-धीरे राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है ! कल यानी 9 नवंबर को सरकार बनाने का आखिरी मौका है । अगर कल सरकार का गठन नहीं होता है तो राष्ट्रपति शासन लगना तय माना जा रहा है । हालांकि कोई भी दल यह नहीं चाहता है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगे और दोबारा चुनाव हो । देवेंद्र फडणवीस ने आज राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया ।
9 नवंबर को मौजूदा सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है । वैसे आज शाम को शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक प्रेस वार्ता भी करने वाले हैं । बस यही उम्मीद बची है कि इसमें शायद कोई निष्कर्ष निकल आए, लेकिन उम्मीद कम ही बची है ।
प्रदेश के मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी दिया इस्तीफा—
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ही उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया । क्योंकि सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है, ऐसे में देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा दिया जाना एक तकनीकि प्रक्रिया है । अभी तक सरकार बनाने को लकर स्थिति साफ नहीं है । उधर खबर है कि भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के जरिए शिवसेना से बातचीत करने की कोशिश कर रही है । बीजेपी के लिए वे आखिरी उम्मीद हैं कि वे शिवसेना को मना लेंगे ।
अब देखना होगा नितिन गडकरी इसमें कितना सफल हो पाते हैं । दूसरी ओर भाजपा पिछले 2 दिनों से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बात करने की कोशिश कर रही है लेकिन उद्धव किसी से बात नहीं कर रहे हैं । जो भी हो इस बार विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद महाराष्ट्र में सरकार का गठन न हो पाना महाराष्ट्र राजनीति के इतिहास में बहुत लंबे समय तक याद रखा जाएगा ।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार