नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र में जारी गलाकट प्रतिस्पर्धा और पिछले बकाये के भुगतान आदि के अदालती आदेश से बढ़ते आर्थिक संकट के कारण इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 23045 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
कंपनी के निदेशक मंडल की गुरूवार को यहां हुई बैठक के बाद जारी वित्तीय लेखाजोखा के अनुसार उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद लाइसेंस शुल्क , उसके भुगतान में बिलंव पर जुर्माना और जुर्माने पर ब्याज आदि के भुगतान के लिए इस तिमाही में 34260 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
कंपनी ने कहा है कि हालांकि उसके सरकार की ओर से राहत दिये जाने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाने पर उसने इस राशि का आवंटन किया है। इसके साथ ही 28 उसने कहा कि इसकी वजह से उसको 23045 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 119 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
कंपनी ने कहा कि इस तिमाही में उसका कुल राजस्व 21131 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 20148 करोड़ रुपये की तुलना में 4.9्रप्रतिशत अधिक है।
टैरिफ युद्ध की वजह से कंपनी के ग्राहकों की संख़्या में लगातार गिरावट का रूख बना हुआ है। कंपनी के मोबाइल ग्राहकों की संख्या पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 35.1 करोड़ थी जो चालू वित्त वर्ष की समान अवधि में 13.3 प्रतिशत घटकर 30.47 करोड़ पर आ गई।