जयपुर। जलशक्ति मंत्रालय के 31 दिन और 2500 किलोमीटर लंबे पहले गंगा आमंत्रण अभियान में एक चेहरा ऐसा भी रहा, जिसका नाम जानकर शायद आप चौंक जाएं। जी हां, इस लंबी गंगा यात्रा में स्वयं केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की पुत्र सुहासिनी शेखावत ने न केवल भाग लिया, बल्कि पूरे अभियान में टीम के साथ रहीं।
खुद जलशक्ति मंत्री ने 10 अक्टूबर को देवप्रयाग से ऋषिकेश तक राफ्टिंग कर अभियान की शुरुआत कराई थी। 12 नवंबर को इस अभियान के पश्चिम बंगाल के फ्राजरगंज में समापन पर सुहासिनी शेखावत के इसमें भाग लेने का खुलासा हुआ।
सुहासिनी अभियान का हिस्सा हैं, इसकी जानकारी मंत्रालय के चुनिंदा अधिकारियों को ही थी। पूरे अभियान के दौरान अन्य सदस्य सुहासिनी की पहचान से अनजान ही रहे। युवा सुहासिनी शेखावत पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट हैं और उन्होंने ऑक्सफोर्ड से एडवांस लीडरशिप में डिप्लोमा किया है।
दरअसल, गंगा आमंत्रण अभियान का उद्देश्य पवित्र गंगा की जैविक विविधता के प्रति जन-जागरुकता पैदा करना और युवाओं को इससे परिचित कराना है। सुहासिनी की अभियान के दौरान उपस्थिति से निश्चित रूप से युवा इस ओर आकर्षित होंगे। अपनी तरह के इस पहले अभियान का नेतृत्व भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर परमवीर सिंह ने किया।
उनके साथ भारतीय सेना, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टोक्सिकोलॉजी के वैज्ञानिक, वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और एनडीआरएफ कर्मियों की टीम थी। इतना ही नहीं, अभियान के विभिन्न चरणों में वाटर रिसोर्स विभाग के सचिव यूपी सिंह, नमामि गंगा के डायरेक्टर जनरल राजीव रंजन मिश्रा के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।