नई दिल्ली। दिल्ली के जानलेवा प्रदूषण से चिंतित ओला और माइक्रोसाफ्ट रिसर्च ने आपस में हाथ मिलाया है जिसके तहत वे राजधानी के स्ट्रीट स्तर के वायु गुणवत्ता डाटा एकत्रित कर सरकार के प्रयासों में सहयोग करेंगे। इस करार के तहत ओला मोबिलिटी संस्थान और माइक्रोसाफ्ट रिसर्च अपने मजबूत शोधों के माध्यम से सरकार को समय-समय रिपोर्ट देगी जिससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिल सके।
माइक्रोसाफ्ट रिसर्च इंडिया के उप प्रबंध निदेशक वेंकेट पद्मनाभन ने इस साझेदारी पर खुशी जताते हुए कहा हमारे पास अनुसंधान का लंबा अनुभव है और उन्नयन प्रौद्योगिकी के माध्यम सामाजिक मसलों के लिए समाधान सुझाते हैं। पद्मानाभन ने कहा कि वायु प्रदषूण बड़ी चुनाैती है और ओला के साथ मिलकर इसका बेहतर समाधान ढूंढने में मदद मिलेगी।
ओला मोबिलिटी संस्थान के प्रमुख आनंद शाह वायु प्रदूषण वर्तमान में विश्व में सबसे बड़ी चुनौती है। वर्तमान में वायु प्रदूषण मापक जो भी तरीके हैं उससे स्ट्रीट स्तरीय प्रदूषण का सही .सही आंकलन नहीं हो पाता है । उन्होंने इसका दैनिक आधार पर आंकलन करने की जरुरत बताते हुए कहा कि इस साझेदारी के माध्यम से शहरों में प्रदूषण से जुड़े स्टीक आंकड़ा मुहैया कराने में मदद मिलेगी ।
शाह ने विश्वास जताया कि साझेदारी के तहत किए गए अध्ययन से जो आंकड़ें उपलब्ध होंगे वह प्रदूषण की समस्या से निबटने में काफी कारगर साबित होंगे । यातायात और गति आंकड़ों के जरिये प्रदूषण की खराब गुणवत्ता वाले शहर के मुख्य स्थानों की सूचनाएं उपलब्ध हो सकेंगी। यह परियोजना अन्य शहरों में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में भी योगदान कर सकती है।