मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिव सेना के बीच सरकार बनाने के लिए खींचतान के बीच इशारों इशारों में नसीहत दी है कि आपस में लड़ने से दोनों को हानि होगी और स्वार्थ बहुत खराब है लेकिन लोग इसे छोड़ते नहीं हैं।
भागवत ने मंगलवार को कहा कि हमें उत्कृष्टता के माध्यम से लोगों को बनाने की जरूरत है क्योंकि यह परीक्षा में प्राप्त अंकों से अधिक महत्वपूर्ण है। वह यहां इंटरनेशनल प्रिंसिपल्स एजूकेशन सिम्पोजियम 2019 को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान युग, प्रतिस्पर्धा का युग है जिसके कारण अंक अधिक महत्वपूर्ण हो गये हैं। अंकों को प्रबलता देना, शिक्षा नहीं है। हमारे लिए आवश्यक है, उत्कृष्टता के माध्यम से लोगों को श्रेष्ठ बनाया जाए। भागवत ने यह भी कहा कि कक्षा शिक्षा ही सब कुछ नहीं है, हालांकि इसका महत्व है।