वे हिंदी सिनेमा के दमदार कहानीकार माने जाते हैं। 70 के दशक में उनके द्वारा लिखी गई पटकथा के प्रशंसक जबरदस्त दीवाने थे। इनके ही कलम में वह जादू था कि दर्शकों को सिनेमा हाल में बांधे रखते थे। अपने लेखन के दम पर ही इन्होंने कई फिल्में सुपरहिट दी। हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के मशहूर लेखक सलीम खान की, जिनका आज जन्मदिन है। 24 नवंबर 1935 में जन्मे सलीम आज अपना 84वां जन्मदिवस मना रहे हैं। इनके पुत्र सलमान खान, अरबाज और सोहेल खान बॉलीवुड के स्टार हैं। आइए आपको बताते हैं इनकी फिल्मी और निजी जिंदगी की कहानी दोनों रोमांच से भरी रही।
इंदौर में हुआ था सलीम खान का जन्म
सलीम खान का जन्म 24 नवंबर 1935 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। सलीम के पूर्वज अफगानिस्तानी थे, करीब 150 साल पहले वे भारत आ गए। सलीम के पिता पुलिस में नौकरी करते थे। ऐसे में उनके मन में भी कई बार पुलिस में भर्ती होने का ख्याल आया लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती गई उनको फिल्मी दुनिया आकर्षित करने लगी।
22 की उम्र में हीरो बनने मुंबई आ गए
सलीम उस वक्त 22 वर्ष के नौजवान थे, उनकी आंखों में हीरो बनने के सपने पलने लगे। वह मुंबई में इधर-उधर भटकते थे लेकिन कहीं काम नहीं मिला। सलीम को तलाश थी एक ऐसे शख्स की, जो उन्हें फिल्मी दुनिया में पहचान बना दे। तभी 1964 में सलीम को एक ब्राह्मण लड़की सुशीला चरक से प्यार हो गया था। सलीम ने उनसे शादी कर ली, शादी के बाद सुशीला ने अपना नाम सलमा रख लिया था। सलीम खान को प्यार तो मिल चुका था, लेकिन उनका करियर अभी पटरी पर नहीं आ पा रहा था।
इस प्रकार हुई फिल्मों में शुरुआत
एक दिन सलीम किसी फिल्मी पार्टी में गए, वहां निर्देशक के. अमरनाथ की नजर सलीम पर पड़ी। सलीम की कद-काठी और चेहरा अमरनाथ को पसंद आ गया। उन्होंने सलीम को अगले दिन अपने ऑफिस बुला लिया। सलीम को जिसकी तलाश थी, वो उन्हें मिल चुका था। अमरनाथ ने सलीम को 400 रुपये सैलरी पर रख लिया। यहीं से सलीम के फिल्मी करियर की शुरुआत हुई, सलीम उस वक्त बतौर एक्टर छोटे-मोटे रोल किया करते थे।
एक्टिंग नहीं आई रास, लेखन किया शुरू
एक्टर के तौर पर सलीम खान ने लगभग 14 फिल्मों जैसे, ‘तीसरी मंजिल’, ‘सरहदी लूटेरा’, ‘दीवाना’, ‘वफादार’ इत्यादि में छोटे छोटे रोल किए लेकिन दर्शकों के दिलों में जगह नहीं बना पाए। सलीम के मन में अभी भी कुछ न कुछ खटक रहा था, वो मुंबई जो हासिल करने आए थे वो मुकाम उन्हें नहीं मिल पा रहा था। एक दिन सलीम की मुलाकात जावेद से हुई। जावेद ने उन्हें फिल्मों की कहानी लिखने की सलाह दी।
उसके बाद सुपरस्टार राजेश खन्ना ने पहली बार सलीम-जावेद को अपनी फिल्म ‘हाथी मेरे साथी’ का स्क्रीनप्ले लिखने का मौका दिया । यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई, और सलीम-जावेद बॉलीवुड में मशहूर होने लगी।
सलीम-जावेद की जोड़ी ने कई सुपरहिट फिल्में दी
सलीम-जावेद की जोड़ी ने लगभग 25 फिल्मों में एक साथ लिखने का काम किया जिनमें कुछ सुपर डुपर हिट फिल्में भी थी। इनमें ‘यादों की बारात’, ‘जंजीर’, ‘मजबूर’, ‘हाथ की सफाई’, ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘डॉन’, ‘त्रिशूल’, ‘शान’, ‘शक्ति’ जैसी फिल्में शामिल हैं। सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी 70 और 80 की दशक में सबसे ज्यादा मेहनताना पाने वाली राइटर जोड़ी बन चुकी थी। हालांकि बाद में 25 साल साथ काम करने के बाद जावेद अलग हो गए और यह मशहूर जोड़ी टूट गई।
सलीम ने हिंदी सिनेमा की मशहूर डांसर हेलन से भी की शादी
बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा हेलेन का पूरा नाम हेलेन एनी रिचर्डसन खान है। तकरीन 700 फिल्मों का हिस्सा रह चुकीं हेलेन को उनकी दो फिल्मों के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिल चुका है। हेलेन का जन्म 21 नवंबर 1938 को हुआ था। हेलेन को भारत की सबसे फेमस कैबरे डांसर्स में गिना जाता है । हेलन इतनी खूबसूरत थीं कि उन्हें देखते ही सलीम दिल दे बैठे थे। सलीम खान संग हेलेन की लव स्टोरी भी तकरीबन उतनी ही मशहूर है जितना उनका कैबरे डांस। सलीम खान हेलन को 1962 से ही जानते थे। लेकिन उनके साथ रिलेशनशिप की शुरुआत 1975 से हुई। दोनों लंबे रिलेशनशिप में भी रहे। बाद में 1980 में दोनों ने शादी कर ली थी। सलीम की पहली पत्नी सलमा के पुत्र सलमान खान, अरबाज, सोहेल और अलवीरा हैं। जबकि हेलन ने एक पुत्री अर्पिता को गोद लिया हुआ है।
सलमा और हेलन के पहले मनमुटाव थे
सलीम खान की पहली पत्नी सलमा और हेलन में आज भले ही बहुत प्यार नजर आए लेकिन एक वक्त ऐसा भी था कि सलमा को हेलन और सलीम का रिश्ता मंजूर नहीं था। चारों बच्चे सलमान, अरबाज, सोहेल और अलवीरा भी अपने मां के साथ ही थे। सलीम खान घर में गजब का पारिवारिक सामंजस्य बनाते हुए आगे बढ़ते रहे। लेकिन बाद में सब ठीक होने लगा। सलमा और चारों बच्चों ने हेलन को एक अच्छा इंसान मानते हुए स्वीकार कर लिया।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार