नई दिल्ली। कांग्रेस ने महाराष्ट्र संकट लेकर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर खुशी व्यक्त करते हुए इसका स्वागत किया है और कहा कि संविधान दिवस पर शीर्ष अदालत ने देश की जनता को बेहतरीन तोहफा दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को यहां संसद परिसर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संविधान दिवस के मौके पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से यह देश को सबसे बड़ा तोहफा मिला है। उन्होंने कहा कि शनिवार और रविवार को शीर्ष अदालत को इस संदर्भ में काम करना पड़ा है और यह बहुत दुखद है।
सिंघवी ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना जबरदस्त विरोध व्यक्त किया था, उन्हीं विंदुओं पर न्यायालय ने अपना फैसला सुनाया है। भाजपा की ओर से प्रोटेम स्पीकर का विरोध किया गया लेकिन अदालत ने अब प्रोटेम स्पीकर को जिम्मेदारी दी है।
उन्होंने कहा कि बहुमत साबित करने के लिए कौन बार बार और किस वजह से समय मांग रहा है। भाजपा की इस मांग को भी अदालत ने अस्वीकार कर दिया।
सिंघवी ने कहा कि जो अपने आप को उप मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री मान रहे हैं, उन्होंने राज्यपाल को विधायकों की गलत सूची दी है। भाजपा की ओर से जो भी किया जा रहा है, वह संविधान के लिए काला दिन जैसा है। देश की राजनीति में इतना बड़ा घपला पहले नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, 22 नवंबर की शाम सात बजे राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार ने संवाददाता सम्मेलन कर ऐलान किया था कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री होंगे। अचानक ऐसी क्या जादू की छड़ी घूमी कि 23 की सुबह 5 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अनुच्छेद 12 के तहत कैबिनेट बैठक बुलाते हैं। राज्यपाल राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश भेजते हैं और राष्ट्रपति उसे मंजूरी दे देते हैं।
कांग्रेस के नेता ने कहा कि भाजपा संविधान का क्रूर मजाक उड़ाकर संविधान दिवस मना रही है। इससे भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर होता है। भाजपा काले को सफेद और झूठ को सच बनाने की मशीन है। मौजूदा सरकार संविधान निर्माताओं के सपनों को लगातार ध्वस्त कर रही है।