अजमेर। देश में बिगड़ती अर्थव्यवस्था, बढ़ती महंगाई एवं घटते रोजगार के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा 14 दिसम्बर को दिल्ली में प्रस्तावित रैली के लिए तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। शुक्रवार को ओबीसी प्रकोष्ठ की बैठक में अधिकाधिक कार्यकर्ताओं को दिल्ली चलने का आहवान किया गया। अजमेर जिले से 3 से 5 हजार कांग्रेसजनों के इस रैली में भाग लेने के लक्ष्य को पूरा करने की कवायद में जुटी है।
प्रदेश के ओबीसी प्रकोष्ठ संयोजक एवं अजमेर प्रभारी राजेन्द्र सेन ने आदर्शनगर स्थित एक निजी प्रतिष्ठान में ओबीसी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की बैठक ली तथा स्थानीय स्तर पर रैली की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात का प्रमाण हैं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पूर्ण बहुमत वाले गठबंधन को दरकिनार कर गुपचुप तरीके से जोड तोड कर सरकार बनाने से देश की जनता को BJP की नीयत का पता चल गया। जोड तोड वाली सरकार चंद घंटों में गिर गई। अब महाराष्ट्र में गैर भाजपा वाली मजबूत और पांच साल तक चलने वाली सरकार बनी है। इसी तरह हरियाणा में भाजपा बुरी तरह पिछड गई और उसे छोटे दल के साथ समझौता करने को मजबूर होना पडा।
मोदी-मोदी की रट लगाने वाले अब जिम्मेदारी लेने से कतराने लगे हैं। पूरे देश में उद्योग धन्धे समाप्ति की ओर बढ़ रहे हैं। महंगाई दिनोेंदिन बढ़ती जा रही है। नौकरियों पर खतरा बढता ही जा रहा है। आर्थिक कुप्रबंधन के लिए सीधे तौर पर मोदी जिम्मेदार हैं। मोदी राज से तंग आए लोग अब खुलकर आवाज उठाने लगे हैं। मोदी सरकार विश्वसनीयता खो चुकी है।
देश की आर्थिक बदहाली के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 14 दिसम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में भारत बचाओ रैली का आयोजन किया है। इस रैली में राजस्थान से भी हजारों लोग भाग लेंगे। देश का प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस अपनी जिम्मेदारी समझती है और इस नाते जनता की आवाज बनकर सत्ता पक्ष की गलत नीतियों का विरोध करेगी।
अजमेर शहर के दोनों विधानसभा क्षेत्रों की संयुक्त बैठक में पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई साथ ही अधिकाधिक लोगों को रैली में ले जाने के लिए मनोयोग से जुट जाने को कहा गया। आईसीसी सदस्य एडवोकेट मनोज शर्मा ने भी मार्गदर्शन दिया।
बैठक में ओबीसी प्रकोष्ठ अजमेर के अध्यक्ष महेश चौहान, मामराज सेन, बालमुकंद टांक, मनीष सेन, हेमराज सिसोदिया, राजकुमार वर्मा, धीरज सैनी, महादेव भडाना, राजवीर परिहार, अजय गुर्जर, नीरज यादव, आशा तूनवाल, गोपाल चौहान, नवीन कछावा, मंजू बलाई, श्याम सांखला, शिवप्रताप, पीयूष सुराणा समेत बडी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यकर्ताओं के गिले शिकवे सुने, सम्मान दिलाने का वादा
ओबीसी प्रकोष्ठ की बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश संयोजक सेन के सामने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का शासन होने के बाद भी काम न होने की शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना था कि भाजपा राज में तो विपक्षी होने के कारण सब्र करने की मजबूरी थी। अब अपनी पार्टी में भी कोई सुनवाई नहीं करता। सेन ने सभी को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी में कार्यकर्ताओं का स्थान पहली पंक्ति में हैं। कार्यकर्ताओं का मान सम्मान बनाए रखने में कोई कोर कसर नहीं रखी जाती। प्रदेश कार्यालय में सप्ताह में एक दिन कोई न कोई मंत्री कार्यकर्ताओं से मिलने तथा उनकी बात सुनने को मौजूद रहता है। यह व्यवस्था संगठनात्मक संरचनाको मजबूती देने के लिए ही बनाई गई है। फिर भी किसी कार्यकर्ता को कोई शिकायत है तो वह सीधे उनसे मिल सकता है।