तेलंगाना। गणतांत्रिक हो या तानाशाह देश हो उसके जीवन में ऐसे कई क्षण आते हैं जब मन का आक्रोश सामूहिक घृणा राष्ट्रीय एवं निजी गुस्सा चरम सीमा पर होता है। पूरा देश उस घटना का खुलकर विरोध करता है और लोगों की सोच सामूहिक हो जाती है। इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती कि हाल के समय में भारत के लिए पहला ऐसा क्षण निर्भया वाली वारदात थी तो दूसरी निश्चित रूप से हैदराबाद है। इन दोनों ही दुष्कर्म की घटनाओं के बाद पूरे भारत देश में जिस प्रकार से जन आक्रोश सड़कों पर आ गया था।
यह आक्रोश दोनों ही मामलों में त्वरित न्याय चाहता था। हालांकि निर्भया वाले मामले में उसको निराशा ही साबित हुई थी। लेकिन जब तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद की वेटरनरी डॉक्टर की दुष्कर्म और जलाकर हत्या कर देने के मामले में चारों आरोपियों को एनकाउंटर किया तब पूरे देश में खुशियां मनाई जा रही हैं। पुलिस ने जिस जगह चारों आरोपियों का एनकाउंटर किया, वहां भारी भीड़ जुट गई।
लोगों ने डीसीपी-एसीपी जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारे लगाए। लोगों ने पुलिसवालों पर फूल बरसाए, तो सज्जनार की तस्वीरों को दूध से नहलाया। तेलंगाना के कानून मंत्री ए इंद्राकरण रेड्डी ने कहा- भगवान ने आरोपियों को कानून से पहले सजा दे दी। लेकिन इसके साथ ही देश में एक नई बहस भी छिड़ गई है कि पुलिस द्वारा किया गया यह ‘एनकाउंटर न्याय’ सही कहा जा सकता है ?
9 दिन में ही पीड़िता को दिलाया न्याय लेकिन संविधान को चुनौती भी दी
तेलंगाना पुलिस ने मात्र 9 दिन के अंदर ही पीड़िता को न्याय दिलाकर संविधान और कानून को चुनौती भी दी है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि लोकतंत्र देश में पुलिस द्वारा दी ऐसी सजा सही कही जा सकती है ? आरोपियों के एनकाउंटर के बाद से पूरे देश में खुशी का माहौल है। हर कोई हैदराबाद पुलिस की तारीफ कर रहा है। लोग एक दूसरे को मिठाई भी खिला रहे थे। तेलंगाना में महिलाओं ने पुलिसवालों को राखियां बांधी।
साथ ही लोगों ने एनकाउंटर वाली जगह पर पुलिस पर फूल भी बरसाए और हैदराबाद पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाए। एनकाउंटर करने के बाद तेलंगाना पुलिस ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताई पूरी बात। प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए साइबराबाद पुलिस के कमिश्नर वी सी सज्जनार ने इस दौरान बताया कि शुक्रवार सुबह वह उस क्षेत्र में सबूत इकट्ठे करने के लिए गए थे, लेकिन इसी दौरान आरोपियों ने पुलिस से हथियार छीनकर उन पर हमला कर दिया। आरोपियों की एनकाउंटर में मौत हो गई।
सज्जनार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मानवाधिकार के सवालों पर कहा, ‘मैं इतना ही कह सकता हूं कि कानून ने अपना काम किया। गौरतलब है कि हैदराबाद में उसी पुल के पास शुक्रवार सुबह एनकाउंटर हुआ जहां पर पीड़िता का शव बरामद हुआ था। पुलिस द्वारा बताई गई पूरी घटना की सच्चाई जो भी हो तो जांच का विषय है, आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगी। क्योंकि यह संभावना है कि चारों अभियुक्तों ने हमला किया और इनकी माैत सुरक्षाकर्मियों के सेल्फ डिफेंस के दौरान हुई यह मानना प्राथमिक दृष्टि से कुछ अजीबोगरीब लगता है।
पुलिस का दावा, इस प्रकार किया चारों का एनकाउंटर
शुक्रवार सुबह तेलंगाना पुलिस ने गैंगरेप के चारों आरोपियों को एनकाउंटर कर ढेर कर दिया। पुलिस ने बताया कि इन चारों लोगों को वारदात की जगह ले जा रही थी, जहां से इन चारों लोगों ने भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। पुलिस इन चारों आरोपियों को घटना के रिकंस्ट्रक्शन के लिए वारदात की जगह ले जा रही थी, जहां से इन चारों लोगों ने भागने की कोशिश की और पुलिस का हथियार छीनकर फायरिंग करने की कोशिश की।
इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। चारों आरोपी 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड में थे। इन चारों आरोपियों का नाम शिवा, नवीन, केशवुलू और मोहम्मद आरिफ था । सुबह पुलिस चारों आरोपियों को बस में वारदात की जगह लेकर आई थी। बड़ी बात यह है कि पुलिस ने इन लोगों का एनकाउंटर उसी हाईवे पर किया है, जहां इन चारों ने महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप किया था और उसे जलाकर मार दिया था।
27 नवंबर की घटना से हिल गया था देश
गौरतलब है कि हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 27 नवंबर की रात को चार ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर ने मिलकर महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और पेट्रोल जलाकर मारने जैसे अपराध को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे थे। इस घटना के बाद पीड़िता के पिता और उसकी बहन मीडिया के सामने आए और कहा आज हम सरकार और पुलिस के शुक्रगुजार हैं पीड़िता की बहन ने कहा है कि आज हमारे साथ न्याय हो गया है।
हैदराबाद के ‘एनकाउंटर मैन’ से कांपते हैं दरिंदे
सज्जनार ने 2008 में एसिड अटैक से जुड़े तीन आरोपियों का एनकाउंटर किया था। इन तीनों आरोपियों के प्रति लोगों में हैदराबाद गैंगरेप की तरह ही बहुत गुस्सा था। हालांकि उस वक्त हैदराबाद पुलिस की इस कार्रवाई पर काफी सवाल खड़े हुए थे।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में पुलिस ने महिला डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या करने वाले चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। इस एनकाउंटर को साइबराबाद पुलिस ने अंजाम दिया। पुलिस की इस टीम की अगुवाई खुद साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार कर रहे थे। वीसी सज्जनार को ‘एनकाउंटर मैन’ भी कहा जाता है । इनके नाम से ही अपराधी थर्र-थर्र कांपने लगते हैं। पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनार ने साल 2008 में भी एसिड अटैक के आरोपियों का एनकाउंटर किया था और इनकी अगुवाई में हैदराबाद रेपकांड के आरोपियों को ढेर कर दिया गया।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार