जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पानीपत फिल्म मामले में सेंसर बोर्ड को हस्तक्षेप कर संज्ञान लेना चाहिए। गहलोत ने आज सोशल मीडिया के जरिए कहा कि फिल्म में महाराजा सूरजमल के चित्रण को लेकर जो प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए थी। सेंसर बोर्ड इसमें हस्तक्षेप करे और संज्ञान ले।
उन्होंने कहा कि डिस्ट्रीब्यूटर्स को चाहिए कि फिल्म के प्रदर्शन को लेकर जाट समाज के लोगों से अविलम्ब संवाद करें। फिल्म बनाने से पहले किसी को भी किसी के व्यक्तित्व को सही परिप्रेक्ष्य में दिखाना सुनिश्चित करना चाहिए ताकि विवाद की नौबत नहीं आए।
मुख्यमंत्री ने कहा “मेरा मानना है कि कला का सम्मान होना चाहिए, कलाकार का सम्मान हो परंतु उनको भी ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी जाति, धर्म या वर्ग के महापुरुषों का और देवताओं का अपमान नहीं होना चाहिए।