नई दिल्ली। जामिया नगर इलाके के मस्जिदों के इमाम भी आज सड़क पर उतर कर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध कर रहे है।
विभिन्न मस्जिदों के इमाम जामिया के मुख्य द्वार पर आकर छात्रों के साथ एकजुटता दिखाई। इमामों ने छात्रों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील करते हुए कहा कि संविधान बचाने की इस लड़ाई में हम छात्रों के साथ हैं। इस देश में बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान पर हमें पूरा भरोसा है और संविधान से छेड़छाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं है।
खलीलुल्लाह मस्जिद के इमाम ने कहा कि हम मस्जिदों में रहते हैं लेकिन देश और संविधान पर जिस तरह का खतरा मंडरा रहा है उसको देखते हुए सड़क पर उतरे हैं।
इमामों ने रविवार रात पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा पुलिस ने जामिया की मस्जिद में घुसकर इमाम के साथ धक्कामुक्की की है जो घोर निंदनीय है। पुलिस किस मंशा से मस्जिद में घुसकर इमाम के साथ बदसलूकी की, इसका जवाब सरकार को देना पड़ेगा। छात्रों के साथ अपराधियों से भी बुरा सलूक किया गया जो बेहद शर्मनाक है।
इमामों ने किसी भी भड़काऊ भाषण से बचने और अनुशासन में रहकर अपना आंदोलन चलाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सीएबी के खिलाफ लड़ाई लंबी है, इसलिए संपूर्ण संयम से काम लें।
सीएए के खिलाफ हजारों की तादात लोगों ने सोमवार को दिनभर जामिया के बाहर प्रदर्शन किया और रातभर के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया था। मंगलवार को पूर्वाह्न 10 बजे छात्र और स्थानीय लोग जामिया के बाहर फिर से जमा होने लगे। इसी बीच करीब 30 मस्जिदों के इमाम यहां पहुंचे और सड़क किनारे बैठकर अपना विरोध जता रहे हैं।
गौरतलब है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस द्वारा जबरन घुसकर कथित तौर पर छात्रों के साथ रविवार को की गयी मारपीट करने के विरोध में जामिया, जवाहर लाल नेहरू और दिल्ली विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने नयी दिल्ली स्थित पुलिस मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया था। पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन में कई शिक्षक भी शामिल थे।
जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर, वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण, प्रोफेसर अपूर्वानंद समेत कई नागरिक समाज के लोगों ने भी यहां आकर छात्रों के साथ एकजुटता दिखाई थी। साथ ही पुलिस बर्बरता के विरोध में नागरिक समाज के लोगों ने भी यहां पहुंचकर एकजुटता दिखाई। हर्ष मंदर ने कहा कि छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है। अपना आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चलाएं। सीएए के खिलाफ लड़ाई में देशभर के नागरिक समाज के लोग आपके साथ हैं। आप लोग खुद को अकेला ना समझें। इसके अलावा भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण ने भी जामिया पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन दिया।