नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने राजधानी में 2012 के निर्भया दुष्कर्म मामले के दोषी अक्षय कुमार की पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के लिए नई पीठ गठित कर दी है।
नई पीठ में न्यायमूर्ति बोबडे के स्थान पर न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना को शामिल किया है। अब न्यायमूर्ति आर भानुमति इस पीठ की अध्यक्षता करेंगी और न्यायमूर्ति अशोक भूषण एवं न्यायमूर्ति बोपन्ना इसके दो अन्य सदस्य होंगे। न्यायमूर्ति बोबडे ने आज निजी कारणों से खुद को सुनवाई से अलग कर लिया था।
न्यायमूर्ति बोबडे, न्यायमूर्ति भानुमति और न्यायमूर्ति भूषण की विशेष खंडपीठ आज जैसे ही समवेत हुई, मुख्य न्यायाधीश ने सामने रखी फाइल उठाई और पिछला आदेश पढ़ना शुरू किया। उनकी नजर एक जगह जाकर टिक गई और उन्होंने अपनी बाईं ओर बैठे न्यायमूर्ति भूषण से मशविरा किया।
न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा कि इस मामले में उनके एक निकटस्थ परिजन ने पीड़िता की मां की ओर से पैरवी की थी। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्होंने खुद को सुनवाई से अलग करने का निर्णय लिया।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वह इस मामले की सुनवाई के लिए अलग पीठ गठित करेंगे और कल सुबह साढ़े 10 बजे नई पीठ सुनवाई करेगी। इसके बाद न्यायमूर्ति बोबडे ने नयी पीठ में अपनी जगह न्यायमूर्ति बोपन्ना को शामिल किया है। गौरतलब है कि न्यायमूर्ति बोबडे के भतीजे अर्जुन बोबडे ने पीड़िता की मां आशा देवी की ओर से मामले की पैरवी की थी।