नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) के विरोध में दिल्ली में हुई हिंसक घटनाओं पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दंगे से उनकी पार्टी को नुकसान ही होगा और हिंसा के पीछे विपक्ष का हाथ है।
नागरिकता कानून को लेकर रविवार को जामिया में हुई हिंसक घटनाओं के बाद कल उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर क्षेत्र में भी हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
केजरीवाल ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में किसी राजनीतिक दल का नाम तो नहीं लिया। उन्होंने कहा,“ इस देश में दंगे कौन कराता है और किसकी ताकत है दंगे कराने की, यह सबको पता है। दंगों को लेकर विपक्ष जो आरोप लगा रहा है, उसे यह मालूम है कि दंगे कौन करवा रहा है।”
उन्होंने कहा कि दंगों से आम आदमी पार्टी (आप) को नुकसान ही होगा, इसलिए उनकी पार्टी पर दंगे फैलाने के आरोप निराधार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने दिल्ली के पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भी यही हथकंडा अपनाया था । पिछले चुनाव से ठीक पहले बवाना और त्रिलोकपुरी में हिंसा फैलाने की कोशिश की गई थी ठीक उसी तरह के प्रयास अब फिर किए जा रहे हैं।
दिल्ली के लोगों से शांति बनाये रखने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा अराजक तत्वों की हरकतों पर निगरानी रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन हरकतों का जबाव चुनाव में दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि दंगे वहीं करवा रहा है जिसे इनसे लाभ होगा। केजरीवाल ने कहा,“ दिल्ली की जनता ने जैसे समझदारी से पिछले विधानसभा चुनाव में उनको सबक सिखाया था।”
केजरीवाल ने हालांकि जामिया इलाके में भड़की हिंसा पर पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान की संदिग्ध भूमिका और प्राथमिकी में पार्टी की युवा इकाई के एक नेता का नाम शामिल होने के सवाल का जबाव नहीं दिया।