नई दिल्ली। अफग़ानिस्तान और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में रह रहे हिंदू एवं सिख शरणार्थियों ने गुरुवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केन्द्रीय कार्यालय में आकर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की और नागरिकता (संशोधन) कानून बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार व्यक्त किया।
शरणार्थी प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व सर्वश्री प्यारा सिंह, मनसा सिंह, दीदार सिंह, प्रताप सिंह, मनोहर सिंह एवं खजिंदर सिंह कर रहे थे। प्रतिनिधि मंडल में शामिल शरणार्थी 28 वर्ष पहले अपनी इज्जत-आबरू बचाने अफग़ानिस्तान के काबुल एवं कंधार और पाकिस्तान के पेशावर से भारत आये थे जो वर्तमान में नई दिल्ली के तिलक नगर और मनोहर नगर में रहे रहे हैं।
इस अवसर पर नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ इच्छा शक्ति और गृह मंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति के बल पर अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और बंगलादेश से धार्मिक प्रताड़ना के कारण अपनी इज्जत-आबरू और धार्मिक आस्था बचाने भारत आये हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों के हितों एवं अधिकारों की रक्षा के लिए नागरिकता (संशोधन) कानून अस्तित्व में आया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एवं गृह मंत्री शाह ने वर्षों से बिना किसी अधिकार के शिविरों में दिक्कत भरी जिंदगी बिता रहे हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को नागरिकता देकर नई दिशा और दृष्टि दिखाई है।
कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि वर्षों से भारत में रहे अफग़ानिस्तान और पाकिस्तान के हिंदू एवं सिख शरणार्थी भाइयों ने पार्टी कार्यालय आकर नागरिकता संशोधन कानून के अस्तित्व में आने की ख़ुशी में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री एवं भाजपा के अध्यक्ष शाह को धन्यवाद देते हुए एक ज्ञापन दिया है।
नड्डा ने कहा, “ मैं उन्हें आश्वस्त करता हूँ कि पाकिस्तान, बंगलादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक शरणार्थियों की नागरिकता की दिशा में जो कार्य हुआ है, इसमें और तेजी आएगी और उन्हें उनके कागजात और तीव्र गति से तैयार होकर मिलेंगे। हम इसके लिए हेल्प डेस्क भी बनाने वाले हैं। हम शरणार्थियों की मदद के लिए उनके शिविरों में भी व्यवस्था करने वाले हैं। इसके लिए पार्टी की ओर से भी हरसंभव कदम उठाये जायेंगे।”
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश लगातार बढ़ रहा है और मजबूती से आगे बढ़ता भी रहेगा। नागरिकता संशोधन कानून भी लागू होगा और आगे चल कर राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर भी बनेगा। उन्होंने इन शरणार्थियों से अपील की कि वे मुख्यधारा में शामिल होकर देश के नवनिर्माण में शामिल हों।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले साढ़े पांच वर्षों में ऐसे निर्णायक फैसले लिए गए हैं जो हर तरह से देश हित और मानवता को मजबूत करने वाले हैं। उन्होंने नागरिकता कानून का विरोध करने वाले नेताओं से आग्रह किया कि वे वोट बैंक की राजनीति को छोड़ें और इसके मानवीय पक्ष का निरादर न करें।
उन्होंने कहा, “मैं ईश्वर से कामना करता हूँ कि इस कानून का विरोध कर रहे नेताओं और पार्टियों को सद्बुद्धि आये। मैंने भरे सदन में विपक्षी पार्टियों के नेताओं से अपील की थी कि आप एक बार तो शरणार्थियों के शिविरों में जाकर उनकी दयनीय स्थिति को देखें।”
उन्होंने कहा कि इन नेताओं को उन शरणार्थियों से मिलना चाहिए था। यदि वे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश से अपनी इज्जत एवं धार्मिक आस्था बचाने भारत आये हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख, ईसाई और पारसी लोगों के शिविरों में जिंदगी देखते तो वे अपनी राय बदल लेते लेकिन विपक्षी पार्टियों को सिवाय वोट बैंक की राजनीति के कुछ और नहीं दिखता है।
नड्डा ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान और कांग्रेस की भाषा बड़ी मिलती-जुलती सी है। कांग्रेस और पाकिस्तान के वैचारिक मेल का प्रदर्शन प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गाँधी सहित कांग्रेस के तमाम नेता कर रहे हैं। यह समाज में नफरत फैला कर वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने की कांग्रेस की साजिश है।