नई दिल्ली। दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और उत्तर भारत शुक्रवार की शाम भूकंप के तेज़ झटके से दहल गया जिसका केन्द्र अफगानिस्तान के हिन्दूकुश पर्वत श्रृंखला में स्थित था लेकिन बीते दो दिनों में हिमालय के विस्तार वाले क्षेत्र में मध्यम तीव्रता के कम से कम छह बड़े झटके आ चुके हैं जो किसी बड़े भूकंप की आहट के रूप में देखे जा रहे हैं।
राष्ट्रीय भूगर्भशास्त्र केन्द्र के आंकड़ों के अनुसार ताज़ा झटका आज शाम भारतीय समयानुसार 17:09:51 बजे अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 245 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम में ज़मीन के 190 किलोमीटर अंदर केन्द्रित था जिसकी तीव्रता 6.3 थी।
भूकंप के अन्य झटकों का विवरण इस प्रकार है :-
1…अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 225 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में, 10 किलोमीटर ज़मीन के अंदर केन्द्र, तीव्रता 4.5, 20 दिसंबर 2019, भारतीय समयानुसार 10:11:10 बजे।
2…सिक्किम में युकसोम से 86 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में, 108 किलोमीटर ज़मीन के अंदर केन्द्र, तीव्रता 4.7, 20 दिसंबर 2019, भारतीय समयानुसार 06:05:21 बजे।
3…लद्दाख में लेह से 204 किलोमीटर पूर्व उत्तर में, 67 किलोमीटर ज़मीन के अंदर केन्द्र, तीव्रता 4.6, 20 दिसंबर 2019, भारतीय समयानुसार 03:46:26 बजे।
4…लद्दाख में कारगिल से 289 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में, 169 किलोमीटर ज़मीन के अंदर केन्द्र, तीव्रता 4.6, 19 दिसंबर 2019, भारतीय समयानुसार 20:50:01 बजे।
5…नेपाल की राजधानी काठमांड से 478 किलोमीटर उत्तर पूर्व में, 471.6 किलोमीटर ज़मीन के भीतर केन्द्र, तीव्रता 4.4, 19 दिसंबर 2019, भारतीय समयानुसार 17:38:06 बजे।
6…असम में तेज़पुर से 37 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में, 82 किलोमीटर ज़मीन के अंदर, तीव्रता 2.7, 19 दिसंबर 2019, भारतीय समयानुसार 04:17:02 बजे।
बीते एक माह के दौरान सर्वाधिक भूकंप पूर्वोत्तर के क्षेत्र में और फिर हिन्दूकुश के क्षेत्र में आये हैं जबकि दोनों क्षेत्रों को जोड़ने वाली हिमालयी रेखा के इर्दगिर्द ही दर्ज किये गये हैं। आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार हिमालयी टेक्टोनिक प्लेटों में काफी हलचल हो रही है और इससे हिमालयी क्षेत्र खासकर पूर्वोत्तर में बड़ा भूकंप आ सकता है।
खगोलशास्त्र के जानकारों के अनुसार छब्बीस दिसंबर को अमावस्या को सूर्यग्रहण पड़ेगा और इसी दिन सूर्य, चंद्रमा एवं पृथ्वी के अलावा शनि एवं बृहस्पति ग्रह एक सीध में होंगे जिससे इस समय के आसपास किसी बड़ी भूगर्भीय हलचल या भूकंप की संभावना बन रही है।