जयपुर। राजस्थान में जयपुर में शांतिमार्च के मद्देनजर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने ऐहतियात के तौर पर एक दिन के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश दिए हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (द्वितीय) अजय पाल लाम्बा ने आज बताया कि कानून व्यवस्था और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के लिए 22 दिसम्बर को सुबह छह बजे से शाम आठ बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखीं जाएंगी। उन्होंने बताया कि इसके तहत इंटरनेट पर सोशल मीडिया, बल्क एसएमएस, एमएमएस, वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और अन्य मीडिया सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा।
उन्होंने बताया कि जयपुर में कल मुस्लिम समुदाय द्वारा शांतिमार्च निकाला जाएगा। इस शांति मार्च में मुस्लिम समुदाय सहित नागरिक समुदाय, गैर सरकारी संगठन और राजनीतिक दलों के नेता एवं पदाधिकारी सहित कई सामाजिक संगठनों के लोग भी शामिल होंगे।
शांतिमार्च में शामिल होने के लिए लोग सुबह 10 बजे से मोतीडूंगरी रोड पर इकट्ठा होना शुरू होंगे। यहां से वे जलसा के रूप में म्यूजियम रोड होते हुए अल्बर्ट हॉल के सामने पहुंचेंगे। अल्बर्ट हॉल से यह जलसा शांति मार्च के रूप में गांधी सर्किल तक जाएगा। जहां जुलूस सभा के रूप में परिवर्तित हो जाएगा।
लाम्बा ने बताया कि शांतिमार्च के मद्देनजर पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए 13 आईपीएस अधिकारी, 115 आरपीएस अधिकारी, 230 सीआई, करीब सात हजार कॉनिस्टेबल से लेकर उप निरीक्षक स्तर के पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरो जांच कर ली गई है। इसके अलावा ड्रोन कैमरों से स्थिति पर नजर रखी जाएगी।
इन्टरनेट सेवा बंद करना सरकार की विफलता
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ कल मुस्लिम समुदाय के प्रदर्शन को देखते हुए इन्टरनेट बंद करने की प्रशासन की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह सरकार की विफलता है।
भारद्वाज ने आज जारी बयान में कहा कि 20 दिसम्बर को नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में भाजपा का प्रदर्शन था, हजारों लोग प्रदर्शन में शामिल हुए, लेकिन किसी भी तरीके से कानून व्यवस्था को खतरा नहीं हुआ। दूसरी तरफ एक समुदाय विशेष द्वारा बेवजह शहर की शांति बिगाड़ने के लिए प्रदर्शन रखा है, जिसे सरकार का समर्थन है और उसी से डरी हुई सरकार ने इन्टरनेट बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर इस प्रदर्शन से शहर की शांति व्यवस्था को खतरा है तो इसे आयोजित करने की अनुमति सरकार ने क्यों दी? क्या सरकार ने अनुमति मांगने वाले लोगों से इस बात का शपथ पत्र लिया की वे प्रदर्शन में शांति बनाए रखेंगे। भारद्वाज ने सरकार से मांग की है कि वह सुनिश्चित करे की इस प्रदर्शन के दौरान शहर की शांति व्यवस्था को किसी प्रकार का खतरा नहीं हो।